भरतपुर. जिले के आमोली टोल प्लाजा पर रोडवेज बस में घुसकर गैंगस्टर कुलदीप जघीना की हत्या के मामले में गुरुवार को नया मोड़ आ गया है. गैंगस्टर कुलदीप और विजयपाल को भरतपुर पेशी पर लाया जा रहा था, लेकिन हकीकत में कोर्ट ने दोनों को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होने के लिए कहा ही नहीं था, बल्कि दोनों को विशिष्ट लोक अभियोजक ने जयपुर जेल अधीक्षक को फोन कर आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए भेजने को कहा गया था. इस पूरे मामले में मृतक कुलदीप के पड़ोसी एवं मित्र धर्मवीर ने हलैना पुलिस को गुरुवार को एक तहरीर देते हुए पूरे घटनाक्रम में षड्यंत्र की आशंका जताई है, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया गया है.
कोर्ट ने नहीं, पीपी ने बुलाया पेशी पर : मृतक कुलदीप के पड़ोसी एवं मित्र धर्मवीर हलैना पुलिस को गुरुवार को एक तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
रिपोर्ट में कहा है कि जयपुर से विजयपाल पुत्र वीरेन्द्र एवं कुलदीप पुत्र कुंवरजीत को न्यायालय डकैती कोर्ट भरतपुर में लंबित प्रकरण में तारीख पेशी पर लाने के लिए पूर्व नियोजित योजना के तहत षड्यंत्रपूर्वक लाया गया. जबकि कोर्ट ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होने के लिए नहीं कहा गया. इस संबंध में कोर्ट ने आरोपियों को बुलाने के लिए कोई टिप्पणी नहीं की थी. जबकि विशिष्ट लोक अभियोजक (पीपी) अभिषेक जैन ने पहले जयपुर जेल अधीक्षक को फोन किया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए भेजा जाए. इस पर जेल अधीक्षक ने स्पेशल लोक अभियोजक से इस संबंध में मेल करने को कहा. उसके बाद विशिष्ट लोक अभियोजक अभिषेक जैन ने जयपुर जेल अधीक्षक को मेल किया, जिसके बाद गैंगस्टर कुलदीप और विजयपाल को भरतपुर लाया जा रहा था.
षड्यंत्र की आशंका : पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट में आशंका जताई है कि कुलदीप एवं विजयपाल की हत्या को आसानी से अंजाम तक पहुंचाने के इरादे से उन्हें रोडवेज बस से लाया जा रहा था. पूर्व योजना के तहत जैसे ही बस आमोली टोल प्लाजा पर रुकी तो आठ-दस हथियारबंद बदमाश इनमें रविन्द्र पुत्र रामभरोसी, पंकज पुत्र रविन्द्र, सतवीर पुत्र रामभरोसी एवं आदित्य पुत्र कृपाल निवासी जघीना थोक तीन, लोकेन्द्र उर्फ लॉकी पुत्र भंवर सिंह गुर्जर निवासी मालीपुरा, बबलू पुत्र भंवर सिंह गुर्जर निवासी मालीपुरा, सौरभ लुलहारा, राबिन निवासी रेलवे कॉलोनी, देवेन्द्र पपरेरा, विष्णु, कृष्णा हथैनी, शेरा पहलवान व दो-चार अन्य लोग मय अत्याधुनिक हथियार पिस्टल एवं कट्टों से लैस होकर बस में घुस गए और मौके पर ही कुलदीप की हत्या कर दी.
ताऊ की हत्या का बदला : विजयपाल के ऊपर बबलू मालीपुरा, सौरभ लुलहारा, कृष्णा हथैनी, शेरा पहलवान व धर्मराज ने जान से मारने की नीयत सें फायरिंग की. इसमें विजयपाल के शरीर में गोलियां लगीं. इस पर विजयपाल को एसएमएस अस्पताल जयपुर रैफर किया गया. तहरीर में कहा है कि पंकज ने मौके पर कुलदीप पर गोलियां चलाते समय यह ऐलान किया कि अपने ताऊ कृपाल का बदला लेकर अपने बदले की प्यास बुझा ली. आरोपी ने हवा में गोलियां चलाते हुए धमकी देते हुए कहा कि कुलदीप के परिवार में किसी को भी नहीं छोड़ेंगे, सब कुछ खत्म कर देंगे.
कुलदीप ने जताई थी आशंका : तहरीर में लिखा है कि मृतक कुलदीप ने पेशी पर जयपुर से आने से पहले ही जान का खतरा बताया था. इसका प्रार्थना पत्र न्यायालय में पेश किया था. गत तारीख पेशी 28 जून को कुलदीप की ओर से न्यायालय को मौखिक रूप से घटना की आशंका जताई थी और वीसी से पेशी कराने को कहा था. आरोप है कि षड्यंत्र में अजब सिंह पुत्र गोविंद सिंह निवासी तीन थोक जघीना भी शामिल है. आरोप है कि घटना में आरोपियों के साथ मिलकर अरुण फौजी व अन्य चार-पांच ने षड्यंत्र रचकर की है. तहरीर में कहा है कि राकेश सरसैना और कप्तान की ओर से चार-पांच अन्य लोगों ने घटनाक्रम को देखा है. यह बात विजयपाल ने भी बताई है.
कुलदीप का पैतृक गांव में अंतिम संस्कार : उधर गुरुवार दोपहर बाद भारी पुलिस बल की तैनाती में, न्यायिक अधिकारी की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड ने मृतक कुलदीप जघीना का पोस्टमार्टम किया. उसके बाद शाम को कुलदीप का शव परिजनों को सौंप दिया. कुलदीप का देर शाम को उसके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान परिजनों ने पुलिस से हत्याकांड के मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की भी मांग की.