भरतपुर. गैंगवार से दहल रहे भरतपुर में मुलजिम यहां की सेवर जेल से रंगदारी मांग रहे हैं. सेवर जेल समेत प्रदेश की जेलों में बंद कुख्यात अपराधी सलाखों के पीछे से भी आमजन को धमकाने और उनसे रंगदारी मांगने जैसे अपराध को अंजाम दे रहे हैं. बीते एक साल में सेवर जेल से शहर के एक ही ज्वेलर से दो बार रंगदारी मांगी गई. जेलों में बंद मुलजिमों तक आसानी से मोबाइल जैसी आपत्तिजनक सामग्री पहुंच रही है. जिससे जेल में बंद होने के बावजूद कुख्यात अपराधी बाहर की दुनिया में अपने गुर्गों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और अपनी गैंग चला रहे हैं.
प्रदेश में दो साल में इन जेलों से धमकी : जेल विभाग के आंकड़ों की मानें तो बीते 2 वर्ष में सेवर ही नहीं बल्कि प्रदेश की अन्य जेलों से भी कुख्यात अपराधियों ने रंगदारी मांगने जैसी घटनाएं सामने आ चुके हैं. आंकड़ों के अनुसार सेवर जेल से दो, जयपुर जेल से दो, चुरू जेल से तीन, भिवाड़ी जेल से आठ, कोटा से दो, टोंक से एक और अजमेर जेल से एक मामला सामने आया है.
जेल से दो बार रंगदारी की धमकी : शहर के श्री जी ज्वेलर से 21 सितंबर 2021 को 5 लाख और 19 जुलाई को 10 लाख की रंगदारी मांगी गई. दोनों बार ज्वेलर के पास सेवर जेल में बंद अपराधियों ने फोन कर रंगदारी मांगी. बीते 19 जुलाई को रंगदारी के लिए फोन करने वाले अपराधी के नंबर को ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन भी सेवर जेल पाई गई. फोन करने वाला आरोपी देवराज नमक मुलजिम है, जो जेल में ही बंद है.
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एसपी के जेल में सर्च ऑपरेशन : जेल से लोगों को मिलने वाली धमकियां के बाद सेवर जेल में भरतपुर एसपी की ओर से समय-समय पर कई बार सर्च ऑपरेशन चलाए गए. सर्च ऑपरेशन के दौरान जेल से कई बार मोबाइल जैसी आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई. इससे पता चलता है कि जेल के अंदर मुलजिम तक आसानी से मोबाइल जैसी आपत्तिजनक सामग्री पहुंच रही है, जिससे वो बाहर अपने गुर्गों से संपर्क में रहते हैं. एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि ज्वेलर को धमकी मिलने के बाद सेवर जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. जिस फोन से ज्वेलर को धमकी दी गई थी उसे बरामद कर लिया गया है. एसपी कच्छावा ने बताया कि आगे भी समय समय पर जेल में सर्च अभियान चलाया जाएगा.
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जेल में धड़ल्ले से पहुंच रहे मोबाइल : सेवर केंद्रीय कारागार में धड़ल्ले से मादक पदार्थ और मोबाइल जैसी आपत्तिजनक सामग्री पहुंच रही हैं. फरवरी 2022 में जेल में कैदियों को मोबाइल और मादक पदार्थ की सप्लाई करते दो आरएसी के जवानों को पकड़ा गया था. आरएसी के जवानों के जूतों में मोबाइल व 16 पुड़िया मादक पदार्थ बरामद किया गया था. उससे पहले भी कई जेल प्रहरी और कर्मचारी जेल में बंद बदमाशों को आपत्तिजनक सामग्री पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
सुरक्षा इंतजाम के बावजूद नहीं लगी लगाम : सेवर जेल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं. जेल के मुख्य द्वार पर ही डोर मैटल डिटेक्टर, हैंड हेल्ड डिटेक्टर, बैगेज स्कैनर आदि लगे हुए हैं. फिर भी जेल में आपत्तिजनक सामग्री पर लगाम नहीं लग पा रही है. एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि जेल में समय-समय पर सर्च अभियान चलाया जाएगा. साथ ही जेल विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर जेल में सख्ती से आपत्तिजनक सामग्री के प्रवेश पर लगाम लगाने के लिए कहा जाएगा.