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Ghatmika massacre: पहचान के बाद भी 8 आरोपी गिरफ्त से दूर, भरतपुर पुलिस के सामने हैं ये चुनौतियां

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Published : Mar 1, 2023, 8:37 PM IST

भरतपुर के आईजी गौरव श्रीवास्तव नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने में हो रही है देरी का कारण वारदात दूसरे राज्य में होना बता रहे हैं. इसके बावजूद उन्होंने आश्वस्त किया है कि समय जरूर लग रहा है लेकिन आरोपी जल्द सलाखों के पीछे होंगे.

ghatmika nasir Junaid massacre
घाटमीका हत्याकांड में पहचान के बाद भी 8 आरोपी गिरफ्त से दूर
घाटमीका हत्याकांड में पहचान के बाद भी 8 आरोपी गिरफ्त से दूर

भरतपुर। शहर के लाला पहलवान पर फायरिंग मामले में भरतपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों सिर्फ 2 दिन में धर दबोच लिया था. वहीं घाटमीका हत्याकांड में भरतपुर पुलिस को अभी तक ऐसी सफलता नहीं मिल पाई है. जिले के घाटमीका निवासी जुनैद और नासिर हत्याकांड के एक आरोपी को भरतपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि 8 आरोपियों की पहचान कर ली है. बावजूद इसके अभी तक भरतपुर पुलिस को इन 8 आरोपियों में से किसी आरोपी को पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाई है. असल में भरतपुर पुलिस को इन आरोपियों को पकड़ने में हरियाणा की धरती पर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. यही वजह है कि अभी तक ये आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं.

गोलीकांड में इसलिए मिली जल्द सफलताः भरतपुर आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि लाला पहलवान गोलीकांड में जल्दी सफलता मिलने के पीछे की वजह यह थी कि हार्डकोर हिस्ट्रीशीटर विनोद पथैना और चंदू देशवाल जानेमाने अपराधी थे. भरतपुर पुलिस के पास उनके आपराधिक रिकॉर्ड तैयार थे. इसी दौरान इन अपराधियों ने नया अपराध कर दिया. नए इंटेलिजेंस और पुराने अपराधिक रिकॉर्ड की वजह से अपराधी जल्द ही पुलिस पकड़ में आ गए.

हरियाणा की धरती पर ये हैं चुनौतीः आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि घाटमीका हत्याकांड में सबसे पहली चुनौती अलग-अलग स्थान पर किए गए अपराध के सुबूत इकट्ठा करना और अपराधियों की पहचान करना था. इन प्रयासों में पहली सफलता मिली, जिसकी वजह से भरतपुर पुलिस आरोपी रिंकू सैनी को गिरफ्तार कर पाई. साथ ही उन 8 आरोपियों की पहचान की जो इस घटनाक्रम में शामिल थे. ये सभी आठों अपराधी हरियाणा के रहने वाले हैं. आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि अन्य राज्य के अपराधियों को पकड़ने के लिए हरियाणा में हमारी पुलिस तो काम कर रही है. उन अपराधियों के बारे में उस क्षेत्र के बारे में हमारी ग्राउंड इंटेलिजेंस लिमिटेड है. आईजी श्रीवास्तव ने बताया कि इस वजह से भरतपुर पुलिस को उन अपराधियों को पकड़ने में समय जरूर लग रहा है लेकिन निश्चित रूप से जो भी अपराधी हैं वो सलाखों के पीछे होंगे.

Also Read: नासिर-जुनैद घाटमीका हत्याकांड से संबंधित ये खबरें भी पढ़ें...

एक नजर में घाटमीका हत्याकांडः गौरतलब है की 15 फरवरी को मेवात क्षेत्र के घाटमीका निवासी जुनैद और नासिर का कुछ लोग अपहरण करके हरियाणा में ले गए और वहां पर बोलेरो गाड़ी में जिंदा जलाकर दोनों की हत्या कर दी. मामले में पुलिस अब तक आरोपी रिंकू सैनी को गिरफ्तार कर अन्य 8 आरोपियों की पहचान कर ली है. 12 अन्य की संलिप्तता और सामने आ रही है. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो को भी जब्त कर लिया है. जले हुए कंकाल और स्कॉर्पियो में मिले खून के धब्बों के डीएनए रिपोर्ट भी कन्फर्म हो गई है. पुलिस अब आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सुबूत जुटा रही है. भरतपुर पुलिस अभी भी हरियाणा में डेरा डाले हुए है.

घाटमीका हत्याकांड में पहचान के बाद भी 8 आरोपी गिरफ्त से दूर

भरतपुर। शहर के लाला पहलवान पर फायरिंग मामले में भरतपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों सिर्फ 2 दिन में धर दबोच लिया था. वहीं घाटमीका हत्याकांड में भरतपुर पुलिस को अभी तक ऐसी सफलता नहीं मिल पाई है. जिले के घाटमीका निवासी जुनैद और नासिर हत्याकांड के एक आरोपी को भरतपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि 8 आरोपियों की पहचान कर ली है. बावजूद इसके अभी तक भरतपुर पुलिस को इन 8 आरोपियों में से किसी आरोपी को पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाई है. असल में भरतपुर पुलिस को इन आरोपियों को पकड़ने में हरियाणा की धरती पर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. यही वजह है कि अभी तक ये आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं.

गोलीकांड में इसलिए मिली जल्द सफलताः भरतपुर आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि लाला पहलवान गोलीकांड में जल्दी सफलता मिलने के पीछे की वजह यह थी कि हार्डकोर हिस्ट्रीशीटर विनोद पथैना और चंदू देशवाल जानेमाने अपराधी थे. भरतपुर पुलिस के पास उनके आपराधिक रिकॉर्ड तैयार थे. इसी दौरान इन अपराधियों ने नया अपराध कर दिया. नए इंटेलिजेंस और पुराने अपराधिक रिकॉर्ड की वजह से अपराधी जल्द ही पुलिस पकड़ में आ गए.

हरियाणा की धरती पर ये हैं चुनौतीः आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि घाटमीका हत्याकांड में सबसे पहली चुनौती अलग-अलग स्थान पर किए गए अपराध के सुबूत इकट्ठा करना और अपराधियों की पहचान करना था. इन प्रयासों में पहली सफलता मिली, जिसकी वजह से भरतपुर पुलिस आरोपी रिंकू सैनी को गिरफ्तार कर पाई. साथ ही उन 8 आरोपियों की पहचान की जो इस घटनाक्रम में शामिल थे. ये सभी आठों अपराधी हरियाणा के रहने वाले हैं. आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि अन्य राज्य के अपराधियों को पकड़ने के लिए हरियाणा में हमारी पुलिस तो काम कर रही है. उन अपराधियों के बारे में उस क्षेत्र के बारे में हमारी ग्राउंड इंटेलिजेंस लिमिटेड है. आईजी श्रीवास्तव ने बताया कि इस वजह से भरतपुर पुलिस को उन अपराधियों को पकड़ने में समय जरूर लग रहा है लेकिन निश्चित रूप से जो भी अपराधी हैं वो सलाखों के पीछे होंगे.

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एक नजर में घाटमीका हत्याकांडः गौरतलब है की 15 फरवरी को मेवात क्षेत्र के घाटमीका निवासी जुनैद और नासिर का कुछ लोग अपहरण करके हरियाणा में ले गए और वहां पर बोलेरो गाड़ी में जिंदा जलाकर दोनों की हत्या कर दी. मामले में पुलिस अब तक आरोपी रिंकू सैनी को गिरफ्तार कर अन्य 8 आरोपियों की पहचान कर ली है. 12 अन्य की संलिप्तता और सामने आ रही है. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो को भी जब्त कर लिया है. जले हुए कंकाल और स्कॉर्पियो में मिले खून के धब्बों के डीएनए रिपोर्ट भी कन्फर्म हो गई है. पुलिस अब आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सुबूत जुटा रही है. भरतपुर पुलिस अभी भी हरियाणा में डेरा डाले हुए है.

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