भरतपुर. जिले में दिनोंदिन बजरी माफियाओं के बढ़ते आतंक का एक और उदाहरण शुक्रवार सुबह देखने को मिला. जिले के रूपवास थाना क्षेत्र में पुलिस दल पर बजरी माफियाओं ने पथराव और फायरिंग की. पथराव और फायरिंग में रूपवास थाना प्रभारी बुरी तरह से जख्मी हो गए. पुलिस दल ने कुछ बजरी माफिया को पकड़ लिया था लेकिन साथी बजरी माफियाओं ने हमला कर पुलिस से आरोपियों को छुड़ा लिया और फरार हो गए.
घायल थाना प्रभारी को अस्पताल में भर्ती कराया है जबकि आरोपियों की धरपकड़ के लिए पूरे क्षेत्र में नाकाबंदी की गई है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे रूपवास थाना प्रभारी भोजाराम पुलिस दल के साथ जगनेर रोड पर गश्त कर रहे थे. इसी दौरान यहां पर उन्हें अवैध बजरी से भरा हुआ एक ट्रैक्टर ट्रॉली जाते दिखे. उन्होंने ट्रैक्टर को रुकवा कर आरोपियों को पकड़ लिया.
पुलिस दल आरोपियों को पकड़कर थाने ले जाने ही वाला था कि तभी पीछे से और अवैध बजरी से भरे हुए ट्रैक्टर ट्रॉली आ गए.पीछे से आए बजरी माफियाओं ने अचानक से पुलिस बल पर पथराव शुरू कर दिया और हवाई फायर करने लगे. हमले में थाना प्रभारी भोजाराम के सिर पर गंभीर चोट आई. हमलावर बजरी माफिया पुलिस के चंगुल से आरोपियों को छुड़ाकर मौके से फरार हो गए.
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उधर पुलिस ने घायल एसएचओ को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. सूचना पाकर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और पूरे क्षेत्र में नाकाबंदी कराई लेकिन खबर लिखे जाने तक पुलिस किसी बजरी माफिया को नहीं पकड़ पाई. गौरतलब है कि रूपवास के जगनेर रोड और घाटोली मोड़ के आस पास आए दिन बजरी माफिया और पुलिस के बीच झड़प की घटनाएं सामने आती रहती हैं. पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद अवैध बजरी खनन और बजरी परिवहन पर रोक नहीं लग पा रही है.
चूंकि भरतपुर की सीमा दो राज्यों- उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश को छूती हैं इसलिए उनके लिए भागना आसान होता है और पुलिस को उन्हें गिरफ्त में लेना मुश्किल हो जाता है. कई बार पहले भी पुलिस ने इन पर हाथ डाला, पकड़ा लेकिन ये हमला कर फरार होने में कामयाब रहे. हाल ही में ईटीवी ने चंबल नदी के तट पर गैरकानूनी खनन की तस्वीरें और वीडियो ली थीं. जिसमें ये पोकलेन की मदद से किनारों को खोद रहे थे.