भरतपुर. पूरे देश में आज राधा अष्टमी (Radhashtami 2022 ) का त्योहार मनाया जाता है. आज के दिन भगवान श्री कृष्ण की लीला स्थली ब्रज क्षेत्र में राधा रानी के चरणों के दर्शन का विशेष महत्व है. भरतपुर के इष्ट देव श्री बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) में साल में एक बार राधा रानी के श्री चरणों के दर्शन श्रद्धालुओं को राधाष्टमी के दिन कराए जाते (Devotees Worship Radha Rani on Radhashtami) हैं. राधा अष्टमी के अवसर पर मंदिर में श्री चरणों के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. मान्यता है कि आज के दिन पूरे ब्रह्मांड की ऊर्जा राधा रानी के श्री चरणों में समाई हुई है.
सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं: मंदिर के पुजारी राम भरोसी शर्मा ने बताया कि राधा अष्टमी के अवसर पर श्री बांके बिहारी मंदिर में श्री राधा रानी के चरणों के दर्शन श्रद्धालुओं को कराए जाते हैं. श्रद्धालुओं को पूरे वर्ष भर राधाष्टमी के इस अवसर का बेसब्री से इंतजार रहता है. मान्यता है कि ब्रह्मांड की पूरी ऊर्जा राधा रानी के श्री चरणों में समाई हुई है. राधा अष्टमी के अवसर पर जो भी श्रद्धालु राधा रानी के श्री चरणों के दर्शन कर लेता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं और पाप मुक्त हो जाता है.
51 किलो दूध दही से अभिषेक: पुजारी राम भरोसी शर्मा ने बताया कि राधा अष्टमी के अवसर पर रविवार सुबह 4.15 बजे राधा रानी का 51 किलो दूध, दही, मिश्री, शहद और गंगाजल से अभिषेक किया गया. उसके बाद राधा रानी को सुंदर वस्त्र और आभूषणों से सुसज्जित किया गया. राधा रानी की सुबह के वक्त आरती की गई. श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में फूल बंगला झांकी भी सजाई गई है.
दिन में दो बार श्री चरणों के दर्शन: पुजारी राम भरोसी ने बताया कि सुबह 4.15 बजे अभिषेक के बाद सुबह 11 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए राधा रानी के श्री चरणों के दर्शन के लिए पट खुले रहेंगे. उसके बाद शाम को 5 बजे से रात 9.30 बजे तक पट खुले रहेंगे. दोनों वक्त की आरती के समय और पट खुले रहने से समय दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को पंचामृत का प्रसाद वितरित किया जाएगा.