डीग. जिले के मोरोली गांव निवासी सैनिक हरवीर सिंह की जम्मू-कश्मीर के माछल क्षेत्र के बॉर्डर एरिया में पेट्रोलिंग के दौरान तबीयत बिगड़ने गई, जिसके बाद उनका निधन हो गया. शुक्रवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव मोरोली ले जाया गया, जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई. वीर सपूत को अंतिम विदाई देने के लिए आसपास के गांवों के सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई. इस बीच सैनिक के नाम के जयकारों से पूरा वातावरण गूंज उठा.
पेट्रोलिंग के समय बिगड़ी थी तबीयत : डीग एसडीएम रवि कुमार गोयल ने बताया कि सैनिक की तबीयत बिगड़ने के बाद उनका निधन हो गया. शुक्रवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया है. जानकारी के अनुसार मोरोली निवासी हरवीर सिंह (28) पुत्र राजपाल जम्मू कश्मीर के माछल क्षेत्र में 45 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे. 20 दिसंबर को सुबह 8:05 बजे हरवीर बॉर्डर क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर रहे थे. इस दौरान उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई और वह गिर गए. साथी सैनिकों और नर्सिंग स्टाफ ने बजरंग पोस्ट पर उसे प्राथमिक उपचार और सीपीआर दिया, लेकिन हरवीर होश में नहीं आए. साथी सैनिक हरवीर को लेकर सुबह 11:16 बजे भगत पोस्ट पहुंचे लेकिन यहां भी उपचार से स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ. यहां से सैनिक हरवीर को हेलीकॉप्टर से मिलिट्री हॉस्पिटल ले गए, जहां 20 दिसंबर को दोपहर करीब 12 बजे चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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वीर सैनिक हरवीर सिंह का पार्थिव शरीर 21 दिसंबर की रात को एयरलिफ्ट कर भरतपुर लाया गया, जहां से शुक्रवार सुबह पार्थिव शरीर को सैनिक वाहन से पैतृक गांव मोरोली ले जाया गया. सैनिक के निधन की सूचना से पूरा गांव शोक में डूब गया. गांव के बाहर सैनिक हरवीर का पार्थिव शरीर पहुंचते ही बड़ी संख्या में जमा लोगों ने हरवीर सिंह अमर रहे के जयकारे लगाना शुरू कर दिया. शुक्रवार दोपहर को पूरे सैनिक सम्मान के साथ हरवीर का अंतिम संस्कार किया गया. बता दें कि सैनिक हरवीर के परिवार में उनके पिता राजपाल (59), माता सुनीता (51), पत्नी सिलोचना (26), बेटी प्रिय (4) है. पिता राजपाल किसान हैं और उनकी माता गृहणी हैं.