कामां (भरतपुर). कामां क्षेत्र की कैथवाडा थाना पुलिस ने गौ तस्करों के विरुद्ध की गई कार्रवाई में गौवंश मुक्त करा लिया लेकिन गौ तस्कर अंधेरे का फायदा उठा कर भाग गए. पुलिस की ओर से बरामद की गई पिकअप गाड़ी में से 7 गौवंश को मुक्त करा लिया गया. जिसमें एक बैल, एक गाय और सात बछड़े मुक्त करा कर गौशाला भिजवा दिए गए हैं. पुलिस को सूचना मिली की गौ तस्करों की गाड़ी गुलपाड़ा से भुआपुर आ रही है जो हरियाणा की तरफ जाएगी. जिस पर कैथवाड़ा पुलिस ने भुआपुर के पास नाकाबंदी कर दी.
नाकाबंदी और स्वयं कैथवाडा थानाधिकारी के नेतृत्व में नीमला चौराहे पर नाकाबंदी की गई, जो पूरे पुलिस जाब्ते के साथ दोनों अलग-अलग स्थानों पर हथियारबंद पुलिसकर्मी भी नाकाबंदी में तैनात रहे. जिसके बाद गौ तस्करों की पिकअप गाड़ी गुलपाड़ा की तरफ से तेज गति में आती हुई दिखाई दी और पिकअप चालक ने गाड़ी को भगाने का प्रयास किया. पुलिस ने घेराबंदी कर सदन नाका बंदी के चलते गाड़ी को रुकवा लिया. गौ तस्कर पुलिस की नाकाबंदी में भी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग जाने में सफल रहे. कैथवाडा थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार भरतपुर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह बिश्नोई ने गौ तस्करों के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दे दिए है.
कैथवाडा थाना पुलिस की ज्यादातर कार्रवाई सवालों के घेरे में आती हैं. कैथवाडा पुलिस गोवंश को तो मुक्त करा लेती है लेकिन गौ तस्करों को पकड़ने में कैथवाडा पुलिस नाकाम रह जाती है. जिसे लेकर गौ सेवकों और गौ रक्षकों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान
पुलिस ने गौवंश को तो मुक्त करा लिया लेकिन गौ तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग जाने में सफल हो जाते हैं. पुलिस द्वारा बरामद की गई पिकअप गाड़ी में से 7 गोवंश को मुक्त करा लिया है. जिसमें 1 बैल 1 गाय एवं 7 बछड़े मुक्त करा कर गौशाला भिजवा दिए हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है.पुलिस ने गौवंश को तो मुक्त करा लिया लेकिन गौ तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग जाने में सफल हो जाते हैं. गौ रक्षकों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.