भरतपुर. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान का प्रशासन जल्द ही एक नवाचार करने जा रहा है. उद्यान के प्रत्येक ब्लॉक में पक्षियों की जानकारी वाले पुराने बोर्ड को बदलकर अब नए क्यूआर कोड वाले बोर्ड लगाए जाएंगे. जैसे ही कोई पर्यटक इन बोर्ड पर लगे क्यूआर कोड को अपने मोबाइल से स्कैन करेगा, मोबाइल पर उस पक्षी से संबंधित पूरी डिटेल मिल जाएगी. इससे बिना नेचर गाइड के उद्यान में घूमने वाले पर्यटकों को खासा लाभ होगा. उद्यान प्रशासन जल्द ही टेंडर प्रक्रिया पूरी करा कर बोर्ड लगवाने का कार्य शुरू करने वाला है.
उद्यान निदेशक मानस सिंह ने बताया कि फिलहाल उद्यान में वर्षों पुराने बोर्ड लगे हुए हैं. इन बोर्ड पर अलग-अलग पक्षियों और अलग-अलग ब्लॉक की जानकारी अंकित है. चूंकि ये बोर्ड काफी पुराने हो गए हैं. इसलिए अब इनके स्थान पर नए डिजाइन के बोर्ड लगाए जाएंगे. ये बोर्ड इस तरह से डिजाइन कराए जाएंगे कि जंगल और पेड़-पौधों के रंग में घुलमिल जाएंगे. इससे पक्षियों व वन्यजीवों को कोई दिक्कत नहीं होगी. मानस सिंह ने बताया कि इन बोर्ड की खासियत यह रहेगी कि इन पर पक्षियों के फोटो और कुछ जानकारी के साथ ही एक क्यूआर कोड भी होगा, जैसे ही कोई पर्यटक उस क्यूआर कोड को अपने मोबाइल से स्कैन करेगा, उसे मोबाइल पर पक्षी की पूरी जानकारी मिल जाएगी.
डेढ़ माह में पूरा हो जाएगा काम : मानस सिंह ने बताया कि यह नवाचार बिना नेचर गाइड के उद्यान घूमने वाले पर्यटकों को विशेष रूप से ध्यान में रखकर किया गया है, ताकि उन्हें बिना गाइड के भी पक्षियों के बारे में पूरी जानकारी मिल सके और उन्हें कोई परेशानी ना हो. इसके लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद करीब डेढ़ माह में पूरे उद्यान के बोर्ड बदलकर नए बोर्ड लगा दिए जाएंगे. साथ ही उद्यान में पक्षियों के डिजाइन की बैंच भी लगाई जाएगी, जिससे पर्यटक थकने के बाद आराम से बैठ सकेंगे.