भरतपुर. जिले में सिविल लाइंस स्थित राजकीय महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम माध्यमिक स्कूल है. जो कक्षा 1 से कक्षा 10 तक का है. जहां कक्षा एक से कक्षा 8 तक को इंग्लिश मीडियम किया गया है ,लेकिन वहां स्थिति बेहद बदतर है. जहां पढ़ने वाले बच्चों को बैठने के लिए पर्याप्त कमरे नहीं है.
जिससे बच्चों को जमीन पर पेड़ों के नीचे बैठकर ही तालीम लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जबकि दावे किए जाते हैं कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को बैठने के लिए फर्नीचर क्लास में लाइट पंखे उपलब्ध है. लेकिन स्कूल की स्थिति बिलकुल विपरीत है.स्कूल में 15 कमरों की जरूरत है जबकि यहां महज 9 कमरे हैं.
इसलिए बच्चों को पेड़ों के नीचे बिठाकर ही पढ़ाया जाता है. इस स्कूल में 273 बच्चे हैं. इन सभी के लिए बैठने के लिए कमरों की व्यवस्था नहीं है. वहीं स्कूल में संचालित सभी क्लास रूम में बच्चों को बैठने केलिए फर्नीचर की व्यवस्था नहीं है .बच्चों को जमीन पर ही बैठकर पढ़ना पड़ता है.
इसलिए दूसरी तरफ स्कूल की कक्षाओं में रोशनी के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं है.इस बारे में स्कूल प्राचार्य भावना सिंह ने बताया कि स्कूल अभी 1 महीने पहले ही इंग्लिश मीडियम का हुआ है, तो कमियों को दूर करने में समय तो लगेगा. स्कूल में 15 कमरों की जरूरत है और यहां 9 ही हैं. इसलिए एक कक्षा के बच्चों को बाहर जमीन पर ही बिठाया जाता है. वहीं व्यवस्था को दुरुस्त होने में अभी 1 वर्ष का समय लगेगा.