भरतपुर. विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर जनता ने अपना फैसला सुना दिया है. कई धुरंधर जहां मात खाते नजर आए, तो कई ऐसे प्रत्याशियों के सिर पर ताज सजा है, जिनको लेकर कोई उम्मीद नहीं जता रहा था. इस बार भरतपुर जिले में एक निर्दलीय महिला प्रत्याशी ने 20 साल बाद चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है. जिले की बयाना विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. रितु बनावत ने बड़े अंतर के साथ जीत दर्ज की है.
बगावत कर ठोकी ताल : वर्ष 2013 में डॉ. रितु बनावत बयाना से भाजपा से बगावत कर चुनाव लड़ीं, लेकिन हार गईं. वर्ष 2018 में भाजपा ने विश्वास जताया और बयाना से टिकट दिया, लेकिन फिर हार गईं. इस बार टिकट कट गया तो रितु ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया. साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष ऋषि बंसल ने भी पद से इस्तीफा दे दिया.
दर्ज की सबसे बड़ी जीत : बयाना सीट से निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. रितु बनावत ने जिले में इस बार की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. बनावत ने 1,05,749 मत हासिल कर प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी अमर सिंह को 40,642 मत के अंतर से हराया. यह जीत भरतपुर और डीग जिले में सबसे बड़े अंतर की जीत है.
निर्दलीय जीतने वाली महिलाएं : 2023 में डॉ. रितु बनावत और कृष्णेंद्र कौर दीपा 1985 में डीग से और 2003 में नदबई से निर्दलीय चुनाव जीत चुकी हैं.
अब तक ये निर्दलीय जीते
- 1998 में अरुण सिंह डीग से और यशवंत सिंह नदबई से जीते
- 1993 में अरुण सिंह डीग से जीते
- 1990 में मदनमोहन सिंघल कामां से जीते
- 1980, 1977 में पूर्व राजा मानसिंह डीग से जीते
- 1972 में पूर्व राजा मानसिंह कुम्हेर से जीते
- 1967 में नाथी सिंह नदबई से और मान सिंह कुम्हेर से जीते
- 1962 में नत्थी लाल नदबई से और नत्थी सिंह भरतपुर से जीते
- 1957 में पूर्व राजा मानसिंह वैर से, होतीलाल भरतपुर से और नाथी सिंह कामां से जीते.