झुंझुनू. महिला एवं बाल विकास विभाग के आशा सहयोगिनियों ने प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों के पूरा नहीं होने तक कार्य बहिष्कार करने का निर्णय किया है. इससे पहले आशा सहयोगिनियों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया.
गौरतलब है कि राज्यभर की आशा सहयोगिनी अपने मानदेय को बढ़ाने सहित अन्य कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं और ऐसे में शनिवार को कार्य बहिष्कार का निर्णय लेकर अपने आंदोलन को तेज किया है.
विभाग डाल रहा है हमारे ऊपर दबाव
आंदोलन कर रही आशा सहयोगिनीओं ने बताया कि मानदेय में बढ़ोतरी और नियमित करने की मांग समेत विभिन्न मांगों को लेकर आशा सहयोगिनी आंदोलन कर रही है. मांगों को लेकर वे कार्य बहिष्कार कर रही है, लेकिन महिला एवं बाल विकास विभाग उनपर दबाव डाल रहा है. मांगे पूरी नहीं होने तक वे कार्य नहीं करेंगी. प्रदर्शन करने वालों में बबीता, मंजू, माया, लक्ष्मी, द्रोपदी, सुनीता, सुमन समेत अन्य आशा सहयोगिनी शामिल हुई.
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कर्मचारियों की सुध नहीं लेने का आरोप
उन्होंने पीएम मोदी और मुख्यमंत्री पर कर्मचारियों की सुध नहीं लेने का आरोप लगाया. संघ की ब्लॉक अध्यक्ष बिमला देवी ने बताया कि उनकी मांग है कि उन्हें स्थायी किया जाए, उनका वेतन बढ़ाया जाए, साथ ही कौशल्या देवी पर दर्ज हुआ मुकदमा वापस लिया जाए. इन सब मांगों का समाधान पहले किया जाए. आशा सहयोगिनियों ने चेतावनी दी कि मांगें नहीं माने जाने पर कार्य बहिष्कार करेंगे.