भरतपुर. बिपरजॉय चक्रवात तूफान को देखते हुए जिले में अलर्ट जारी किया गया है. जिला प्रशासन ने सभी विभागों और अधिकारियों को मुस्तैद रहने के निर्दश दिए हैं. बिजली और जल संसाधन विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं जल संसाधन विभाग, बिजली विभाग ने समस्या के समाधान और सहायता के लिए जिलेभर में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए हैं
जेवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता बीएल वर्मा ने बताया कि तूफान की संभावना को देखते हुए सभी 13 डिवीजन के अधिकारियों, कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है. प्रत्येक डिवीजन में 5-5 टीम तैनात की गई हैं. जिले में कुल 65 टीमें तूफान जैसे हालात में हर परिस्थिति से निपटने को तैयार हैं. तूफान में बिजली के पोल और बिजली के तार टूटने की स्थिति को देखते हुए पोल व तार की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है. इसके अलावा सभी डिवीजन में फास्ट रिलीफ टीम भी लगाई गई हैं. उन्होंने बताया कि विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के अवकाश रद्द कर दिए गए हैं और उन्हें मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं.
22 कंट्रोल रूमः जल संसाधन विभाग के एक्सईएन बने सिंह ने बताया कि जिलेभर में विभाग के 22 कंट्रोल रूम एक्टिव हैं. सभी बांधों के गेटों की ग्रीसिंग करा दी गई है. बाढ़ या अत्यधिक बारिश जैसी स्थिति से निपटने के लिए टीमें नियुक्त हैं. खाली कट्टे और मिट्टी की व्यवस्था भी की गई है. जरूरत पड़ने पर खाली कट्टों में मिट्टी भरकर आपदा राहत के कार्य किए जा सकेंगे. जिले में पिछले तीन दिन से बादल छाए हुए हैं. सोमवार सुबह से जिले के अलग-अलग हिस्से में बारिश का दौर जारी है. बता दें कि जिला समेत प्रदेशभर में बिपरजॉय को लेकर अलर्ट है. 17 जून को भी तूफान की चेतावनी को देखते हुए तकनीकी शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों की परीक्षा भी रद्द कर दी थी.