भरतपुर. जिले के गढ़ी बाजना क्षेत्र के सहायपुरा गांव में बुधवार शाम को 7 साल का बच्चा एक बरसाती झरने के पानी में बह गया. सूचना पाकर प्रशासन और एसडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची और रात भर बच्चे की तलाश की गई. 12 घंटे बाद गुरुवार को बच्चे का शव एक झाड़ी में मिला.
बता दें, तौकते तूफान के कारण बुधवार को पूरे जिलेभर में दिनभर तेज बारिश हुई, इसके चलते गढ़ी बाजना की तरफ बरसाती झरना भी बह निकला. थानाधिकारी रामचंद्र मीना ने बताया कि बुधवार को गांव सहायपुरा की महिला बबीता अपने 7 साल के बच्चे शुभम के साथ खेत से घर की तरफ लौट रही थी. बारिश के कारण शुभम का पैर फिसल गया और वो झरना के तेज बहाव वाले पानी में बह गया. मां बबीता ने बच्चे को बचाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुई.
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रोती हुई मां घटनास्थल से दौड़कर घर पहुंची और परिजनों को जानकारी दी. सूचना पाकर परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों और परिजनों ने बच्चे की बहुत तलाश की लेकिन कहीं पता नहीं चला.
वहीं, सूचना पाकर स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंचे. रात को ही भरतपुर से एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई. रातभर एसडीआरएफ की टीम भी बच्चे को नहीं ढूंढ पाई. आखिर 12 घंटे बाद गुरुवार सुबह ग्रामीणों को घटनास्थल से करीब 3 किमी दूर बच्चे का शव झाड़ियों में फंसा हुआ दिखाई दिया. पुलिस ने गढ़ी बाजना स्वास्थ्य केंद्र पर पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया.