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बाड़मेर: शिव के लखासर में पानी की समस्या, ग्रामीण परेशान

बाड़मेर के शिव क्षेत्र का लखासर गांव जलसंकट से प्रभावित है. यहां के लोगों ने प्रशासन को कई बार अवगत कराया लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. जलदाय विभाग ने सालों पहले एक जीएलआर बनवाया था, लेकिन अब वो भी जर्जर हालत में पहुंच गया है.

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Published : Apr 8, 2020, 2:02 PM IST

water crisis in Barmer, लखासर में पानी संकट
बाड़मेर के लखासर में पानी की समस्या

शिव (बाड़मेर). जिले के शिव क्षेत्र के लखासर में पिछले 9 सालों से पानी का संकट बना हुआ है. पहले भियाड़ से जलापूर्ति की जा रही थी, लेकिन करीब 9 सालों से जलापूर्ति पूरी तरह से बाधित है. इसको लेकर कई बार अधिकारियों को सूचित किया गया, लेकिन पेयजल समस्या जस की तस बनी हुई है. ग्रामीणों को महंगे दामों पर बाहर से पानी मंगवाना पड़ रहा है.

बाड़मेर के लखासर में पानी की समस्या

जल समस्या के समाधान के लिए बनवाया गया था जीएलआर

जलदाय विभाग ने वर्षों पहले यहां लाखों रुपये खर्च कर ग्रामीणों की सुविधा के लिए जीएलआर बनवाया था. यहां के युवा बताते हैं कि उन्होंने कभी इसमें पानी आया हुआ नहीं देखा. अब तो इस जीएलआर के चारों ओर का सीमेंट प्लास्टर उखड़ आया है और लोहे के सरिए बार निकल आए हैं. वहां आसपास रहने वाले करीब 80 परिवार महंगे दामों पर पानी के टैंकर मंगवाकर अपनी जरूरतें पूरी करते हैं, लेकिन आवारा पशुओं को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है.

पढ़ें- सामूहिक आत्महत्या कांड से हिला सिरोही, 3 ननद और भाभी ने खाया जहर, 3 की मौत

जीएलआर से हादसे की आशंका

गांव के बीच स्थित जर्जर जीएलआर कभी भी धराशाई हो सकता है, इसके आसपास दिन में बच्चे और पशु घूमते रहते हैं. ऐसे में गिरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. ग्रामीण मोती सिंह धारवी का कहना है कि आज तक जीएलआर कभी भी मरमत नहीं हुई और ना ही कभी पानी की आपूर्ति हुई.

2700 मीटर दूर है सरकारी ट्यूबवेल

लखासर गांव से जलदाय विभाग के महज 2700 मीटर दूर स्थित सरकारी ट्यूबवेल है. इसके बावजूद ग्रामीणों को पानी की समस्या से रूबरू होना पड़ रहा है. वर्तमान में जीएलआर के लिए लगी पाइप लाइन चोर खोल ले गए. ऐसे में पशु-पक्षी प्यास बुझाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं.

शिव (बाड़मेर). जिले के शिव क्षेत्र के लखासर में पिछले 9 सालों से पानी का संकट बना हुआ है. पहले भियाड़ से जलापूर्ति की जा रही थी, लेकिन करीब 9 सालों से जलापूर्ति पूरी तरह से बाधित है. इसको लेकर कई बार अधिकारियों को सूचित किया गया, लेकिन पेयजल समस्या जस की तस बनी हुई है. ग्रामीणों को महंगे दामों पर बाहर से पानी मंगवाना पड़ रहा है.

बाड़मेर के लखासर में पानी की समस्या

जल समस्या के समाधान के लिए बनवाया गया था जीएलआर

जलदाय विभाग ने वर्षों पहले यहां लाखों रुपये खर्च कर ग्रामीणों की सुविधा के लिए जीएलआर बनवाया था. यहां के युवा बताते हैं कि उन्होंने कभी इसमें पानी आया हुआ नहीं देखा. अब तो इस जीएलआर के चारों ओर का सीमेंट प्लास्टर उखड़ आया है और लोहे के सरिए बार निकल आए हैं. वहां आसपास रहने वाले करीब 80 परिवार महंगे दामों पर पानी के टैंकर मंगवाकर अपनी जरूरतें पूरी करते हैं, लेकिन आवारा पशुओं को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है.

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जीएलआर से हादसे की आशंका

गांव के बीच स्थित जर्जर जीएलआर कभी भी धराशाई हो सकता है, इसके आसपास दिन में बच्चे और पशु घूमते रहते हैं. ऐसे में गिरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. ग्रामीण मोती सिंह धारवी का कहना है कि आज तक जीएलआर कभी भी मरमत नहीं हुई और ना ही कभी पानी की आपूर्ति हुई.

2700 मीटर दूर है सरकारी ट्यूबवेल

लखासर गांव से जलदाय विभाग के महज 2700 मीटर दूर स्थित सरकारी ट्यूबवेल है. इसके बावजूद ग्रामीणों को पानी की समस्या से रूबरू होना पड़ रहा है. वर्तमान में जीएलआर के लिए लगी पाइप लाइन चोर खोल ले गए. ऐसे में पशु-पक्षी प्यास बुझाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं.

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