सिवाना (बाड़मेर). कस्बे में लंबे समय से लोग पानी की समस्या को लेकर मांग कर रहे है. ऐसे में गुरुवार को ग्रामीणों ने बस स्टैंड पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. वहीं बैठक में संघर्ष समिति के सदस्यों द्वारा निर्णय लिया गया कि जब तक पानी की समस्या का समाधान नहीं होता है, तब तक धरना जारी रहेगा.
7 फरवरी को एक प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और बाड़मेर विधायक मेवाराम जेन से मुलाकात करेगा. जिसके बाद धरनास्थल पर क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की जाएगी. वहीं 9 फरवरी को सिवाना कस्बा भी बंद रहेगा. जिसमें व्यापार एसोसिएशन सहित विभिन्न संगठनों ने अपना समर्थन दिया हैं.
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बता दें कि कस्बे में पिछले 5 वर्षों से पानी की समस्या है, जिसको लेकर ग्रामीणों ने 'पानी नहीं तो वोट नहीं' संघर्ष समिति का गठन कर पानी के लिए मांग उठाई. उसके तहत गुरुवार को बस स्टैंड पर संघर्ष समिति की ओर से धरना शुरू किया गया. वहीं जलदाय विभाग के अधिकारी और सिवाना तहसीलदार शंकरराम गर्ग ने धरनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों से बात की. वहीं संघर्ष समिति सदस्यों और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया.
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संघर्ष समिति की ओर से दिए गए ज्ञापन में बताया कि सिवाना क्षेत्र में विगत करीब 5 वर्षों से भंयकर पानी की किल्लत बनी हुई है. जिससे कस्बेवासियों को पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. ऐसे में कस्बेवासियों ने मांग की है कि पोकरण-फलसूण्ड-बालोतरा-सिवाना जल परियोजना का कार्य जल्द पूरा किया जाए. साथ ही उक्त कार्य पूरा होने तक वैकल्पिक रूप से इसी परियोजना से 10 किलोमीटर छोटी पाईपलाईन लगाकर पानी सप्लाई की जाए.