बाड़मेर. कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते अब स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं में बच्चों के टीकाकरण की नई व्यवस्था लागू की है. बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बाड़मेर में ऑरेंज जोन में होने के कारण बच्चों के टीकाकरण के लिए नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र में ही व्यवस्था लागू की गई है. बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव ना पड़े और कोरोना संक्रमण ना फैले, इसलिए अब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर ही टीकाकरण किया जाएगा.
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कोरोना महामारी और लॉक डाउन के कारण बने हालातों का असर बच्चों के टीकाकरण पर भी देखने को मिल रहा था, लेकिन अब कोविड-19 के चलते बंद हुआ टीकाकरण अभियान पुनः पटरी पर लाने का प्रयास चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू कर दिया गया है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश चौधरी के निर्देशानुसार बाड़मेर शहर के आंगनबाड़ी केंद्र वार्ड संख्या 36 द्वितीय बेरियो का वास और वार्ड संख्या 30 अंबेडकर कॉलोनी में टीकाकरण का आयोजन किया गया है. इस दौरान जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण सत्र का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
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जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश चौधरी के निर्देशानुसार बाड़मेर शहर के आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 36 द्वितीय परियों का आवास और वार्ड संख्या 30 अंबेडकर कॉलोनी में टीकाकरण दिवस का आयोजन किया गया. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण के खतरे को ध्यान में रखते हुए एएनएम आशा सहयोगिनी और कार्यकर्ताओं को सामाजिक दूरी बनाने के लिए लाभार्थियों को अलग-अलग समय अंतराल पर बुलाकर टीकाकरण करवाया जा रहा है. लाभार्थियों को फोन पर सूचित करके भी बुलाया जा रहा है, ताकि आंगनबाड़ी केंद्र पर एक ही समय में अनावश्यक भीड़ एकत्रित ना हो और साथ ही प्रत्येक बच्चे को टीका लगाने के बाद हाथों को सैनिटाइज करने के निर्देश दिए गए हैं.