बालोतरा (बाड़मेर). बालोतरा थानाधिकारी के नाम से व्यापारियों से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है. जिसके बाद व्यापारियों में हड़कप मच गया है. बता दें कि बालोतरा के एक व्यापारी से शातिर ठग सुरेश उर्फ भेरिया ने बालोतरा थानाधिकारी निरंजन प्रताप बनकर फोन किया और 10 लाख की ठगी के काम को बड़ी सहजता से अंजाम दिया.
बता दें कि बालोतरा के व्यापारियों के पास पिछले कई दिनों से फोन आने शुरू हुए. इन फोन में थानेदार निरंजन प्रताप सिंह के नाम से लाखों रुपये मांगे जा रहे थे. थानेदार के नंबर से ही कॉल आने पर व्यापारी भी विश्वास कर रहे थे, लेकिन इस दौरान कुछ व्यापारियों की ओर से आवाज पहचान ली गई. जिसके बाद उन्होंने तुरंत ही इसको लेकर थानेदार से संपर्क किया तो थानेदार निरंजन प्रताप सिंह ने तुरंत नंबरों का पता किया.
इसके बाद उन्होंने व्यापारियों को संदेश पहुंचाया कि किसी का भी कॉल आए तो उसे रुपये नहीं दें. बता दें कि शातिर ने 2 जून को बालोतरा कस्बे के ओमप्रकाश चारण को कॉल कर थानेदार के नाम से 10 लाख रुपये की मांग की थी. जिसके बाद चारण ने यह रुपया जोधपुर में कॉल करने वाले को उपलब्ध करवा दिया. शातिर को पहला शिकार मिलने के बाद उसका हौसला बढ़ा. जिसपर वह फिर से अन्य व्यापारियों को कॉल करने लगा गया.
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थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिह ने बताया कि थानाधिकारी के नाम से व्यापारियों से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है. उन्होंने कहा कि मेरे नाम से हो रही वसूली के लिए 2 से 8 जून तक कॉल आने की जानकारी है. 2 जून को एक व्यक्ति ने जोधपुर में शातिर ने रुपये उपलब्ध करवाए हैं. शेष व्यापारी सतर्कता व सावधानी से ठगी के शिकार होने से बच गए हैं. उन्होंने कहा कि इसपर कार्रवाई जारी है, शीघ्र ही इसका पर्दाफाश कर दिया जाएगा. साथ ही बताया कि इस मामले को उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया.