बाड़मेर. जिले के गुडामालानी क्षेत्र के गोलिया जैतमाल में वर्ष 2015 से संस्कृत महाविद्यालय खोलने की लंबित बड़ी मांग की बजट में घोषणा नहीं होने के चलते स्थानीय ग्रामीणों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. ऐसे में गुरुवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर गोलिया जेतमाल के ग्रामीणों और छात्रों ने दांडी मार्च निकालकर गांव में संस्कृत महाविद्यालय खोलने की मांग को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करवाते हुए जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन देने आए ग्रामीणों के अनुसार राजकीय संस्कृत शास्त्री महाविद्यालय गोलिया जेतमाल की मांग 2015 से चली आ रही है, लेकिन पूर्व की सरकार और वर्तमान सरकार दोनों से हमने अपेक्षा रखी फिर भी हमारे क्षेत्र की छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है क्योंकि ग्राम पंचायत गोलिया जेतमाल में राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय है उसमें अध्यनरत छात्र-छात्राओं की संख्या 300 के आस-पास रहती है और ज्यादातर ग्रामीण दूरदराज के इलाकों में पढ़ने नहीं जा सकती. इसी क्रम में हमारे विद्यालय की 500 से अधिक बालिकाओं को बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी.
ग्रामीणों के अनुसार राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय गोलिया जेतमाल जिला बाड़मेर के स्वामित्व में 5 बीघा भूमि विद्यालय निर्मित भवन में कुल 15 कक्षा कक्ष बने हुए हैं और विद्यालय भवन में भौतिक संसाधन उपलब्ध है यहां पर केवल बजट स्वीकृत करने की आवश्यकता है.
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2015 से शुरु हुई मांग
राजकीय संस्कृत शास्त्री महाविद्यालय की मांग पूर्व राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी के पत्र क्रमांक 3809 दिनांक 15 नवंबर 2015 से शुरू हुई और दो बार पत्र मांग को उठाया था लेकिन नहीं खुला तो वर्ष 2016 में जिला मुख्यालय पर अनशन भी किया गया, जिस पर आश्वासन मिला था कि शास्त्री महाविद्यालय खोला जाएगा. उसके बाद 8 फरवरी 2020 को गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी ने भी पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से गांव में शास्त्री महाविद्यालय खोलने की मांग की थी लेकिन बजट में इसकी घोषणा नहीं होने से ग्रामीणों में खासा रोष व्याप्त है.