सिवाना (बाड़मेर). बाड़मेर के नाहटा हॉस्पिटल बालोतरा में ऑक्सीजन प्लांट शिलान्यास पट्टिका पर बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कैलाश चौधरी का नाम नहीं होना चर्चा का विषय बना हुआ है, इसको लेकर सिवाना विधायक हमीरसिंह भयाल ने तंज कसते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाए.
अक्सर सुनने में आता है कि राजनीति केवल चुनावों तक रहती है. अन्य विकास के कार्यों को लेकर भेदभाव नहीं देखा जाता, लेकिन यहां विकास के कार्यों का बखान करवाने को लेकर राजनीतिक पार्टियों की ओर से भेदभाव के मामले अक्सर देखने को मिलते रहते हैं. ऐसा ही कुछ जीता जागता उदाहरण बाड़मेर जिले के बालोतरा के राजकीय नाहटा हॉस्पिटल में ऑक्सीजन प्लांट शिलान्यास पट्टिका पर पर देखा जा सकता है.
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जिले के नाहटा अस्पताल बालोतरा में 4 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऑक्सीजन प्लांट का वर्अुअल कार्यक्रम से शिलान्यास किया था है. शिलान्यास पट्टिका को देखकर साफ तौर पर राजनीति समझी जा सकती है. इस पट्टिका पर राजस्थान सरकार कांग्रेस के मंत्रीगण, विधायक व नेताओं व पार्षदों का नाम हैं.
इसके विपरित अपने ही गृह जिले से भाजपा के बाड़मेर-जैसलमेर सांसद व केंद्रीय कृषि मंत्री कैलाश चौधरी का नाम शिलान्यास पट्टिका पर नहीं होना राजनीतिक सियासत की ओर इशारा करता है. सांसद कैलाश चौधरी के समर्थक इसको लेकर आहत हैं. इसे लेकर सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल व बालोतरा के भाजपा पार्षदों ने सवाल खड़े किए हैं.
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मामले को लेकर सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने कहा कि जिले के दूसरे सभी विधायकों के नाम शिलान्यास पट्टिका पर हैं ओर कांग्रेस के गुडामालानी विधायक का नाम नहीं हैं तो वहीं जैसलमेर के सालेह मोहम्मद जो मंत्री हैं उनका नाम है, ऐसे ही बाड़मेर में बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कैलाश चौधरी एंव केंद्रीय मंत्री का नाम नहीं है. वहीं बालोतरा में ऑक्सीजन प्लांट का सारा खर्चा बालोतरा नगर परिषद की ओऱ से किया गया है, लेकिन यहां पर भी सांसद कैलाश चौधरी का नाम नहीं होना चर्चा का विषय है. बताया कि बाड़्मेर के प्रभारी मंत्री सुखराम विश्नोई का भी नाम नहीं देखा गया और न ही वे वर्चुअल कार्यक्रम में वहां रहे. तंज कसते हुए सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल ने कहा कि यह कांग्रेस की ओछी मानसिकता है जिसके चलते सांसद कैलाश चौधरी का नाम शिलापट्टिका पर नहीं लिखा गया है.