बाड़मेर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ड्रीम प्रोजेक्ट बाड़मेर जिले के पचपदरा में रिफाइनरी का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. ऐसे में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की ओर से रिफाइनरी के विभिन्न मुद्दे प्रभारी सचिव और संभागीय आयुक्त डॉ. राजेश शर्मा को अवगत करवाया गया था. जिसके बाद शुक्रवार को संभागीय आयुक्त ने रिफाइनरी के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
जिले के प्रभारी सचिव एवं संभागीय आयुक्त डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि पचपदरा में रिफाइनरी का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है और यहां की जनप्रतिनिधियों ने मुझे अवगत करवाया था कि रिफाइनरी में ग्रीन प्लांटेशन जो होना था, वह नहीं हुआ है. ऐसे में रिफाइनरी के अधिकारियों को बुलाकर बैठक लेकर उन्हें कहा गया है कि रिफाइनरी में ग्रीन प्लांटेशन को लेकर जो बात कही गई थी, उसे पूरा किया जाए. इसके साथ ही रिफाइनरी के कार्यों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाए. वहीं सीएसआर फंड को लेकर भी अधिकारियों से चर्चा की गई. उन्हें निर्देशित किया गया है कि सीएसआर के फंड से क्षेत्र के विकास कार्य करवाए जाएं.
बता दें कि बाड़मेर के पचपदरा में रिफाइनरी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है, यह प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में करीब 45 हजार करोड़ की लागत आएगी, अब तक 38 हजार करोड के टेंडर जारी कर दिए गए हैं. वहीं रिफाइनरी के विभिन्न मुद्दों को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की ओर से जिले के प्रभारी सचिव और संभागीय आयुक्त को की गई शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए संभागीय आयुक्त ने रिफाइनरी के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.