बाड़मेर. 2 दिन पहले ही राजस्थान के बाड़मेर में नाबालिग के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने पूरे राजस्थान को झकझोर दिया है. प्रदेश में बढ़ रहे महिला अत्याचारों के मामलों को लेकर विपक्ष भी अब गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साध रहा है. बाड़मेर गैंगरेप मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने गुरुवार को बाड़मेर पहुंच कर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की ओर से लगाए गए आरोप पर पलटवार किया.
इस दौरान मीडिया से बातचीत में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने कहा कि राजस्थान में एक के बाद एक महिला अत्याचारों की घटनाएं सामने आ रही है. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि राजस्थान अपराधों की राजधानी हो गया है. पूनिया के मुताबिक पिछले 20 महीनों में 4,35,000 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं.
पूनिया ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान के गृह मंत्री मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं, लिहाजा उन्हें तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि वर्तमान में जिस तरीके से राजस्थान के हालात हैं. कानून व्यवस्था पूरी तरीके से चरमराई हुई है. पीड़ित महिलाएं न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. सतीश पूनिया ने राज्य के मुख्यमंत्री को पुअर डैडी की संज्ञा दी.
पूनिया ने बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज के राजकीय अस्पताल में पहुंच कर पीड़ित परिवार से मुलाकात कर घटना की पूरी जानकारी ली और पीड़िता को आश्वासन दिया कि भारतीय जनता पार्टी उसे न्याय दिलाने के लिए हर वक्त उसके साथ खड़ी है. इस दौरान सतीश पूनिया ने पीड़ित परिवार से घटना की पूरी जानकारी लेने के साथ ही डॉक्टरों से वर्तमान हालातों के बारे में भी जानकारी ली.
पूनिया ने डोटासरा के आरोप पर किया पलटवार
वहीं, गैंगरेप की घटना को लेकर अब भाजपा कांग्रेस आमने-सामने हो गए हैं. पीसीसी चीफ गोविंदसिंह डोटासरा ने गुरुवार को भीलवाड़ा में बीजेपी पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी बाड़मेर की घटना पर राजनीति कर रही है. इस आरोप पर सतीश पूनिया ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा किसी तरह की राजनीति नहीं कर रही है.
पूनिया ने कहा कि राजनीति तो कांग्रेस कर रही है. उन्होंने कहा कि यूपी के हाथरस की घटना पर राजनीति करने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों चले गए. अगर ये राजनीति नहीं है तो उन्हें बाड़मेर की घटना में पीड़ित परिवार से मिलने के लिए यहां भी आना चाहिए.
मतदान करने गए थे घरवाले...
गौरतलब है कि 2 दिन पहले ही बाड़मेर जिले के शिव थाना अंतर्गत एक गांव में नाबालिक बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई थी. मंगलवार देर शाम लड़की के घरवाले जब मतदान करने गए थे. उस वक्त गांव के ही दो युवकों ने घर पर अकेली 15 साल की नाबालिग का अपहरण कर लिया. अपराधी लड़की को बाइक पर बिठाकर घर से दूर ले गए और दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. साथ ही उसकी अश्लील फोटो भी खींच ली. वहीं, पीड़िता के परिजन जब मतदान कर घर वापस लौटे तो लड़की घर पर नहीं थी. जिसके बाद परिजनों ने लड़की को ढूंढा, लेकिन वो नहीं मिली. देर शाम बालिका गांव के स्कूल के पास अचेत अवस्था में मिली. जिस पर परिजनों ने पुलिस चौकी में इसकी सूचना दी.
पीड़िता का अस्पताल में इलाज जारी...
मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता को अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बाड़मेर रेफर कर दिया गया. जहां पर पीड़िता का उपचार चल रहा है. वहीं, बुधवार को बाड़मेर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा और पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने अस्पताल पहुंच कर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और चिकित्सा अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.