बायतु (बाड़मेर). रालोपा प्रदेश महामंत्री एवं जिला परिषद सदस्य उम्मेदाराम बेनीवाल ने गुरूवार को बायतु सीएचसी के कोविड केयर सेंटर का निरिक्षण कर चिकित्सा अधिकारियों, कोविड सेंटर प्रभारी डॉ. जोगेश चौधरी और डॉक्टर्स से स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली. साथ ही कोरोना पॉज़िटिव भर्ती मरीजों की कुशलक्षेम पूछ उनका हौंसला भी बढ़ाया.
बेनीवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण से डरने और हिम्मत हारने की जरूरत नहीं हैं. इस जंग को दवाइयों और ईलाज के साथ खुद का मनोबल और आत्मविश्वास ही जीता सकता हैं. इस दौरान डॉक्टरों ने समस्या बताते हुए कहा कि हमारे पास ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं, लेकिन ऑक्सीजन फ्लो मीटर (रेगुलेटर) नहीं होने के कारण जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई नहीं दे पा रहे है.
इस पर बेनीवाल ने 10 रेगुलेटर जोधपुर से मंगवाकर भेंट किए और कहा जब भी कोई उपकरण सम्बन्धित या अन्य समस्या आए तो मुझे अवगत कराएं, मैं हरसंभव मदद का प्रयास करूंगा. इस दौरान कोरोना महामारी के संकट में कोविड केयर सेंटर खोलने में मदद करने वाले भामाशाहों का धन्यवाद व आभार जताया. इसके बाद उन्होंने कोरोना सेम्पल जांच और वैक्सीनेशन सेंटर की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया.
पढ़ें- बाड़मेर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोविड मरीजों को बांटे भोजन के पैकेट
उम्मेदाराम बेनीवाल ने बायतु सीएचसी में वैक्सीनेशन सेंटर का जायजा लेकर टीकाकरण के बारे में जानकारी ली. इस पर डॉक्टरों ने बताया कि 18+ वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन बुकिंग से बाहरी लोगों की बुकिंग हो जाती है लेकिन स्थानीय क्षेत्रवासी इससे वंचित रह जाते हैं और 45+ वरिष्ठजनों के लिए वैक्सीन की दूसरी डोज उपलब्ध नहीं होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी डोज लगवाने के लिए क्षेत्रवासी लगातार चक्कर काट रहे हैं. इस पर बेनीवाल ने उच्च अधिकारियों से दूरभाष पर बात कर 18+ स्थानीय युवाओं को वरियता देकर वैक्सीन लगाने और 45+ के दूसरी डोज तुरंत उपलब्ध कराने के लिए अवगत कराया.
बता दें, कोरोना जांच सेंटर पर सिमित किट होने के कारण अधिकतर नागरिकों की सेम्पल जांच नहीं होने की समस्या भी सामने आई, जांच सेंटर पर रोजाना 300 से 400 लोग जांच करवाने आ रहे हैं. लेकिन किट सीमित होने के कारण सौ से सवा सौ सेम्पल ही लिये जा रहे हैं. इसलिए अधिकतर को बिना जांच करवाये ही वापस जाना पड़ रहा है. इस बारे में बायतु उपखण्ड अधिकारी विवेक व्यास और चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारियों से बात कर तुरंत व्यवस्थाएं सुधारने के लिए अवगत करवाया कि कोरोना पॉज़िटिव के लक्षण होते हुए भी अव्यवस्थाओं के कारण सेम्पल न लेने के कारण चिकित्सा विभाग की घोर लापरवाही से गांवों में संक्रमण ज्यादा फैल रहा हैं.