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राजस्व मंत्री ने ग्राम स्तरीय कोर ग्रुप से किया सीधा संवाद, कहा- गांव-ढाणी तक कोरोना जागरूकता अनिवार्य

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Published : May 13, 2021, 10:13 AM IST

राजस्व मंत्री हरीश चौधरी बाड़मेर में कोविड प्रबंधन को लेकर लगातार कार्य कर रहे हैं. इसी बीच उन्होंने ग्राम स्तरीय कोर कमेटी के सदस्यों और जन प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर प्रत्येक गांव और ढाणी में कोविड के संबंध में जागरूकता लाने की बात कही.

बाड़मेर न्यूज, Rajasthan news
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी का ग्राम स्तरीय संवाद

बाड़मेर. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी पिछले कई दिनों से अपने गृह जिले बाड़मेर में कोविड प्रबंधन लगातार सक्रिय है. बुधवार को राजस्व मंत्री चौधरी ने जिले के चौखला और भीमड़ा में ग्राम स्तरीय कोर कमेटी के सदस्यों एवं जन प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर कोरोना जागरूकता एवं सावधानी की जानकारी दी. उन्होनें भीमड़ा में आदर्श पीएचसी का निरीक्षण कर कोविड प्रबंधों की जानकारी भी ली.

राजस्व मंत्री हरीश चौधरी का ग्राम स्तरीय संवाद

राजस्व मंत्री चौधरी ने बुधवार को ग्राम पंचायत चौखला और भीमड़ा में कोविड महामारी को लेकर ग्राम स्तरीय कोर कमेटी के सदस्यों, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्थानीय प्रतिनिधियों से संवाद किया. उन्होनें कोरोना जागरूकता व सतर्कता पर विशेष ध्यान देने की बात कही. उन्होनें कहा कि क्षेत्र में प्रत्येक गांव और ढाणी में कोविड के संबंध में जागरूकता आना अत्यावश्यक है. उन्होंने कहा कि आमजन को राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की पूर्ण पालना के लिए प्रेरित किया जाए. जिससे लोग कोविड महामारी के दौर में अनावश्यक घरों से न निकले और कोविड से संबंधित प्राथमिक लक्षण दिखने पर चिकित्सकीय उपचार लेने के लिए नजदीकी डॉक्टर से सलाह अवश्य ले.

यह भी पढ़ें. राजस्थान में कोरोना वैक्सीन खरीद के लिए ग्लोबल टेंडर प्रस्ताव का राज्य मंत्रिपरिषद ने किया अनुमोदन

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कोविड लक्षणों वाले लोगों कि सघन पहचान के लिए डोर-टू-डोर सर्वे का द्वितीय चरण प्रभावी रूप से किया जाए. जिससे संक्रमण के खतरे के बढ़ने से पहले ही संभावित संक्रमित की पहचान की जाकर, उसका इलाज किया जा सके.

मेडिकल किट उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

हरीश चौधरी ने आईएलआई लक्षण वाले समस्त लोगों को मेडिकल किट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होनें कोर कमेटी के सदस्यों से आमजन में जागरूकता लाने के लिए सक्रियता से कार्य करने की बात कही. उन्होनें कहा कि किसी में भी कोविड लक्षण दिखें तो उसे अनदेखा न किया जाए. चिकित्सकीय परामर्श के लिए लोगों को प्ररित किया जाए. प्राथमिक लक्षणों पर चिकित्सक की सलाह अनुसार ही होम अथवा संस्थागत आईसोलेशन की प्रक्रिया की जाए. आमजन में स्व अनुशासन की प्रवृति से ही संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है, इसलिए उन्हें इस संबंध में प्रेरित किया जाए. उन्होनें क्षेत्र में टीकाकरण की समीक्षा करते हुए लोगों को टीका अवश्य लगवाने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए.

जिला अस्पताल में बेड फुल, इमरजेंसी वार्ड की स्थिति बेहद खराब

सरहदी जिले बाड़मेर में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जिसकी वजह से लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल के हालात भी इन दिनों नासाज बनते नजर आ रहे हैं. बढ़ते मरीजों की तुलना में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बेड फुल हो चुके हैं. हालात यह है कि जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक बेड पर दो-दो, तीन-तीन कोविड मरीजों का इलाज किया जा रहा है और बेड खाली होने की स्थिति में इमरजेंसी में भर्ती मरीजों को विभिन्न वार्डों में शिफ्ट किया जा रहा है.

बाड़मेर न्यूज, Rajasthan news
बाड़मेर जिला अस्पताल में बेड फुल

बाड़मेर में लगातार बढ़ रहे कोविड मरीजों की वजह से मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के हर समय खचाखच भरे होने से यहां कार्यरत चिकित्सा कार्मिकों और मरीजों के परिजनों के भी संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है. बावजूद इसके विकट परिस्थितियों में भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सक और इमरजेंसी प्रभारी लगातार मॉनिटरिंग कर मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें. राजस्थान को नहीं मिल रही पर्याप्त ऑक्सीजन, SC का दरवाजा खटखटाएंगे: प्रताप सिंह खाचरियावास

इमरजेंसी प्रभारी जगदीश सोनी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के मरीज लगातार बढ़ रहे है और इमरजेंसी पर भी इसका काफी प्रभाव पड़ रहा है.अस्पताल में बेड खाली ना होने की वजह से कोविड मरीजों को इमरजेंसी में ही भर्ती किया जा रहा है और पर्याप्त बेड नहीं होने के कारण एक बेड पर दो-दो मरीजों को लिटाकर आवश्यक इलाज दिया जा रहा है.जैसे ही कोई बेड खाली होता है तो इन मरीजों को बेड पर शिफ्ट करवाया जाता है.

बाड़मेर. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी पिछले कई दिनों से अपने गृह जिले बाड़मेर में कोविड प्रबंधन लगातार सक्रिय है. बुधवार को राजस्व मंत्री चौधरी ने जिले के चौखला और भीमड़ा में ग्राम स्तरीय कोर कमेटी के सदस्यों एवं जन प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर कोरोना जागरूकता एवं सावधानी की जानकारी दी. उन्होनें भीमड़ा में आदर्श पीएचसी का निरीक्षण कर कोविड प्रबंधों की जानकारी भी ली.

राजस्व मंत्री हरीश चौधरी का ग्राम स्तरीय संवाद

राजस्व मंत्री चौधरी ने बुधवार को ग्राम पंचायत चौखला और भीमड़ा में कोविड महामारी को लेकर ग्राम स्तरीय कोर कमेटी के सदस्यों, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्थानीय प्रतिनिधियों से संवाद किया. उन्होनें कोरोना जागरूकता व सतर्कता पर विशेष ध्यान देने की बात कही. उन्होनें कहा कि क्षेत्र में प्रत्येक गांव और ढाणी में कोविड के संबंध में जागरूकता आना अत्यावश्यक है. उन्होंने कहा कि आमजन को राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की पूर्ण पालना के लिए प्रेरित किया जाए. जिससे लोग कोविड महामारी के दौर में अनावश्यक घरों से न निकले और कोविड से संबंधित प्राथमिक लक्षण दिखने पर चिकित्सकीय उपचार लेने के लिए नजदीकी डॉक्टर से सलाह अवश्य ले.

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उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कोविड लक्षणों वाले लोगों कि सघन पहचान के लिए डोर-टू-डोर सर्वे का द्वितीय चरण प्रभावी रूप से किया जाए. जिससे संक्रमण के खतरे के बढ़ने से पहले ही संभावित संक्रमित की पहचान की जाकर, उसका इलाज किया जा सके.

मेडिकल किट उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

हरीश चौधरी ने आईएलआई लक्षण वाले समस्त लोगों को मेडिकल किट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होनें कोर कमेटी के सदस्यों से आमजन में जागरूकता लाने के लिए सक्रियता से कार्य करने की बात कही. उन्होनें कहा कि किसी में भी कोविड लक्षण दिखें तो उसे अनदेखा न किया जाए. चिकित्सकीय परामर्श के लिए लोगों को प्ररित किया जाए. प्राथमिक लक्षणों पर चिकित्सक की सलाह अनुसार ही होम अथवा संस्थागत आईसोलेशन की प्रक्रिया की जाए. आमजन में स्व अनुशासन की प्रवृति से ही संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है, इसलिए उन्हें इस संबंध में प्रेरित किया जाए. उन्होनें क्षेत्र में टीकाकरण की समीक्षा करते हुए लोगों को टीका अवश्य लगवाने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए.

जिला अस्पताल में बेड फुल, इमरजेंसी वार्ड की स्थिति बेहद खराब

सरहदी जिले बाड़मेर में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जिसकी वजह से लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल के हालात भी इन दिनों नासाज बनते नजर आ रहे हैं. बढ़ते मरीजों की तुलना में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बेड फुल हो चुके हैं. हालात यह है कि जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक बेड पर दो-दो, तीन-तीन कोविड मरीजों का इलाज किया जा रहा है और बेड खाली होने की स्थिति में इमरजेंसी में भर्ती मरीजों को विभिन्न वार्डों में शिफ्ट किया जा रहा है.

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बाड़मेर जिला अस्पताल में बेड फुल

बाड़मेर में लगातार बढ़ रहे कोविड मरीजों की वजह से मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के हर समय खचाखच भरे होने से यहां कार्यरत चिकित्सा कार्मिकों और मरीजों के परिजनों के भी संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है. बावजूद इसके विकट परिस्थितियों में भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सक और इमरजेंसी प्रभारी लगातार मॉनिटरिंग कर मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास कर रहे हैं.

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इमरजेंसी प्रभारी जगदीश सोनी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के मरीज लगातार बढ़ रहे है और इमरजेंसी पर भी इसका काफी प्रभाव पड़ रहा है.अस्पताल में बेड खाली ना होने की वजह से कोविड मरीजों को इमरजेंसी में ही भर्ती किया जा रहा है और पर्याप्त बेड नहीं होने के कारण एक बेड पर दो-दो मरीजों को लिटाकर आवश्यक इलाज दिया जा रहा है.जैसे ही कोई बेड खाली होता है तो इन मरीजों को बेड पर शिफ्ट करवाया जाता है.

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