ETV Bharat / state

बाड़मेर: फायरिंग व हत्या के मामले में पुलिस का खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार - बाड़मेर न्यूज

बाड़मेर के सिवाना में 30 दिसबंर को पेटोल पंप के पास हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए 2 आरोपी को गिरफ्तार किया है. वहीं एक नाबालिग को भी सरंक्षण में ले लिया है. पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि यह फायरिंग और हत्या जमीन को लेकर चल रही रंजिश के कारण हुआ.

बाड़मेर न्यूज, barmer news
बाड़मेर: पेटोल पंप के पास हुई फायरिंग का खुलासा
author img

By

Published : Jan 5, 2020, 8:55 PM IST

सिवाना (बाड़मेर). सिवाना कस्बे में पेटोल पंप के पास हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों और घटनाक्रम का खुलासा कर दिया है. घटना के आरोपी सूरजसिंह और दूसरे आरोपी ललित घांची को गिरफ्तार किया गया है. वहीं ललित के घायल होने के कारण उसे एमडीएम हॉस्पिटल, जोधपुर में पुलिस निगरानी में भर्ती करवाया है.

बाड़मेर: पेटोल पंप के पास हुई फायरिंग का खुलासा

वहीं वारदात के मास्टर माइंड आरोपी पृथ्वीसिंह को मृतक छोटूसिंह और घायल मालमसिंह की कस्बा सिवाना में घटना के दिन उपस्थिति के बारे में पल-पल की जानकारी और निगरानी करने वाले किशोर को भी पुलिस ने सरंक्षण में लिया है.

कस्बे में हुई दिनदहाड़े फायरिंग की वारदात को लेकर मृतक के पिता गणपत सिंह ने रिपोर्ट दी थी कि उसके बेटे को पृथ्वीसिंह सहित 8 - 10 लोगों ने हथियारों से फायर कर हत्या कर दी तथा रिश्तेदार मालमसिंह को फायर कर गंभीर घायल कर दिया.

पढ़ेंः डिप्टी सीएम, चिकित्सा मंत्री के दौरे के बाद भी नहीं थम रहा जेके लोन में मौत का सिलसिला, 4 और बच्चों ने दम तोड़ा, अबतक 110 की मौत

जिसको लेकर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 6 दिन में वारदात का खुलासा कर दिया. घटना को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह बालोतरा ने बताया कि मृतक छोटूसिंह उर्फ कानसिंह और घायल मालमसिंह निवासी तथा पृथ्वीसिंह के मध्य सिवाना कस्बे में स्थित एक प्लॉट को लेकर आपसी रंजिश चल रही थी. इसी रंजिश के दौरान इनके आपस में पूर्व में जानलेवा मारपीट के मुकदमे भी दर्ज हुए थे.

इस तरह बनाया प्लान

बता दें कि मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह पर मृतक छोटूसिंह ने साल भर पहले जानलेवा हमला किया था. इसी रंजिश को लेकर आरोपी पृथ्वीसिंह ने छोटूसिंह एवं मालमसिंह को मारने का प्लान बनाया. इसके तहत उसने जोधपुर के अपने दोस्त कालूपुरी से सहायता मांगी.

कालूपुरी ने 30 दिसम्बर को जोधपुर से अपने साथ सूरजसिंह, ललित घांची, राजेश बाबल और बिंटू सैन को स्कॉर्पियो गाड़ी से लेकर सिवाना आ गया. इस दौरान आरोपी पृथ्वीसिंह ने एक किशोर को निगरानी पर लगाया जो इनके बारे में पल-पल की जानकारी आरोपियों तक पहुंचाता रहा.

पढ़ेंः बच्चों के बीच का विवाद खूनी संघर्ष में बदला, फायरिंग के दौरान महिला घायल

वहीं वारदात से कुछ समय पहले एक मोटरसाइकिल पर 3 व्यक्ति पृथ्वीसिंह के ऑफिस से निकले. इसी दौरान मालमसिंह और मृतक छोटूसिंह अपनी स्कॉर्पिया गाड़ी लेने के लिए एक टायर पिंचर की दुकान पर एक मोटरसाइकिल पर गए थे, तभी आरोपी उनके पीछे हो लिए और मौका पाकर पृथ्वीसिंह ने वहां जाते ही मालमसिंह की स्कॉर्पियो गाड़ी को साइड से टक्कर मार कर नीचे उतरते ही अंधाधुंध फायरिंग कर दी.

जिसमें अन्य आरोपियों ने उनसे मारपीट की. इस मारपीट में आरोपी ललित घांची के भी दो गोली लग गई. सभी को जोधपुर शहर से विभित्र टीमें लगाकर प्राइवेट हॉस्पिटल से गिरफ्तार कर पुलिस निगरानी में एमडीएम हॉस्पीटल जोधपुर में भर्ती करवाया गया था.

वारदात का खुलासा

वारदात के खुलासे को लेकर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी के निर्देशन में नरपतसिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा के सुपरविजन में 10 से अधिक पुलिस टीमों का गठन संभावित ठिकानों पर दबीश दी.
पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में तकनीकी सहायता तथा 2 दिन पूर्व असाडा में मिली स्कॉर्पियो वाहन से महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे. मुलजिम वारदात के बाद स्कॉर्पियो वाहन से भागने की फिराक में थे. वहीं वारदात में शामिल मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह सहित विक्रमसिंह, राजूसिंह उर्फ राजेंद्रसिंह, कालू पुरी उर्फ प्रदीपपुरी, राजेश बाबल औप बिंटू सैन सहित नामजद आरोपी अभी फरार है.

पढ़ें- डूंगरपुर: NH-8 पर सड़क पार कर रही महिला को ट्रक ने रौंदा, दर्दनाक मौत

बता दें कि मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह के खिलाफ पुलिस थाना सिवाना में मारपीट के 3 मुकदमें, विक्रमसिंह के खिलाफ 6 मुकदमें, कालूपुरी उर्फ प्रदीप पुरी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, अवैध हथियारों के पूर्व में 07 मुकदमें दर्ज हैं . सूरजसिंह के खिलाफ पूर्व में 4 मुकदमें दर्ज हैं. वहीं पुलिस ने बताया कि वारदात में शामिल शेष आरोपियों कि पुलिस द्वारा तलाश जा रही है.

सिवाना (बाड़मेर). सिवाना कस्बे में पेटोल पंप के पास हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों और घटनाक्रम का खुलासा कर दिया है. घटना के आरोपी सूरजसिंह और दूसरे आरोपी ललित घांची को गिरफ्तार किया गया है. वहीं ललित के घायल होने के कारण उसे एमडीएम हॉस्पिटल, जोधपुर में पुलिस निगरानी में भर्ती करवाया है.

बाड़मेर: पेटोल पंप के पास हुई फायरिंग का खुलासा

वहीं वारदात के मास्टर माइंड आरोपी पृथ्वीसिंह को मृतक छोटूसिंह और घायल मालमसिंह की कस्बा सिवाना में घटना के दिन उपस्थिति के बारे में पल-पल की जानकारी और निगरानी करने वाले किशोर को भी पुलिस ने सरंक्षण में लिया है.

कस्बे में हुई दिनदहाड़े फायरिंग की वारदात को लेकर मृतक के पिता गणपत सिंह ने रिपोर्ट दी थी कि उसके बेटे को पृथ्वीसिंह सहित 8 - 10 लोगों ने हथियारों से फायर कर हत्या कर दी तथा रिश्तेदार मालमसिंह को फायर कर गंभीर घायल कर दिया.

पढ़ेंः डिप्टी सीएम, चिकित्सा मंत्री के दौरे के बाद भी नहीं थम रहा जेके लोन में मौत का सिलसिला, 4 और बच्चों ने दम तोड़ा, अबतक 110 की मौत

जिसको लेकर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 6 दिन में वारदात का खुलासा कर दिया. घटना को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह बालोतरा ने बताया कि मृतक छोटूसिंह उर्फ कानसिंह और घायल मालमसिंह निवासी तथा पृथ्वीसिंह के मध्य सिवाना कस्बे में स्थित एक प्लॉट को लेकर आपसी रंजिश चल रही थी. इसी रंजिश के दौरान इनके आपस में पूर्व में जानलेवा मारपीट के मुकदमे भी दर्ज हुए थे.

इस तरह बनाया प्लान

बता दें कि मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह पर मृतक छोटूसिंह ने साल भर पहले जानलेवा हमला किया था. इसी रंजिश को लेकर आरोपी पृथ्वीसिंह ने छोटूसिंह एवं मालमसिंह को मारने का प्लान बनाया. इसके तहत उसने जोधपुर के अपने दोस्त कालूपुरी से सहायता मांगी.

कालूपुरी ने 30 दिसम्बर को जोधपुर से अपने साथ सूरजसिंह, ललित घांची, राजेश बाबल और बिंटू सैन को स्कॉर्पियो गाड़ी से लेकर सिवाना आ गया. इस दौरान आरोपी पृथ्वीसिंह ने एक किशोर को निगरानी पर लगाया जो इनके बारे में पल-पल की जानकारी आरोपियों तक पहुंचाता रहा.

पढ़ेंः बच्चों के बीच का विवाद खूनी संघर्ष में बदला, फायरिंग के दौरान महिला घायल

वहीं वारदात से कुछ समय पहले एक मोटरसाइकिल पर 3 व्यक्ति पृथ्वीसिंह के ऑफिस से निकले. इसी दौरान मालमसिंह और मृतक छोटूसिंह अपनी स्कॉर्पिया गाड़ी लेने के लिए एक टायर पिंचर की दुकान पर एक मोटरसाइकिल पर गए थे, तभी आरोपी उनके पीछे हो लिए और मौका पाकर पृथ्वीसिंह ने वहां जाते ही मालमसिंह की स्कॉर्पियो गाड़ी को साइड से टक्कर मार कर नीचे उतरते ही अंधाधुंध फायरिंग कर दी.

जिसमें अन्य आरोपियों ने उनसे मारपीट की. इस मारपीट में आरोपी ललित घांची के भी दो गोली लग गई. सभी को जोधपुर शहर से विभित्र टीमें लगाकर प्राइवेट हॉस्पिटल से गिरफ्तार कर पुलिस निगरानी में एमडीएम हॉस्पीटल जोधपुर में भर्ती करवाया गया था.

वारदात का खुलासा

वारदात के खुलासे को लेकर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी के निर्देशन में नरपतसिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा के सुपरविजन में 10 से अधिक पुलिस टीमों का गठन संभावित ठिकानों पर दबीश दी.
पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में तकनीकी सहायता तथा 2 दिन पूर्व असाडा में मिली स्कॉर्पियो वाहन से महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे. मुलजिम वारदात के बाद स्कॉर्पियो वाहन से भागने की फिराक में थे. वहीं वारदात में शामिल मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह सहित विक्रमसिंह, राजूसिंह उर्फ राजेंद्रसिंह, कालू पुरी उर्फ प्रदीपपुरी, राजेश बाबल औप बिंटू सैन सहित नामजद आरोपी अभी फरार है.

पढ़ें- डूंगरपुर: NH-8 पर सड़क पार कर रही महिला को ट्रक ने रौंदा, दर्दनाक मौत

बता दें कि मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह के खिलाफ पुलिस थाना सिवाना में मारपीट के 3 मुकदमें, विक्रमसिंह के खिलाफ 6 मुकदमें, कालूपुरी उर्फ प्रदीप पुरी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, अवैध हथियारों के पूर्व में 07 मुकदमें दर्ज हैं . सूरजसिंह के खिलाफ पूर्व में 4 मुकदमें दर्ज हैं. वहीं पुलिस ने बताया कि वारदात में शामिल शेष आरोपियों कि पुलिस द्वारा तलाश जा रही है.

Intro:rj_bmr_hatya_ka_khulasa_avb_rjc10098

31 दिसंबर को कस्बे में हुई फायरिंग व हत्या के मामले का पुलिस ने किया खुलासा। दो आरोपी गिरफ्तार एक नाबालिग को किया दस्तियाब।

सिवाना(बाड़मेर)सिवाना कस्बे में पेटोल पंप के पास हुयी फायरिंग के सभी आरोपियों व घटनाक्रम का खुलासा करते हुए एक मुख्य आरोपी सुरजसिंह पुत्र श्री आनंदसिंह जाति राजपूत उम्र 30 साल निवासी सिंहपोल कायस्थों की घाटी जूनी मंडी जोधपुर पुलिस थाना सदर कोतवाली जोधपुर व दूसरे आरोपी ललित भाटी पुत्र रामरत्न जाति घांची उम्र 29 साल निवासी राव कॉलोनी मसूरिया पुलिस थाना देवनगर जोधपुर को दस्तयाब कर ईलाज हेतु एमडीएम हॉस्पीटल जोधपुर में पुलिस निगरानी में भर्ती करवाया ।वही वारदात के मास्टर माइंड आरोपी पृथ्वीसिंह को मृतक छोटूसिहं व घायल मालमसिंह की कस्बा सिवाना में घटना के दिन उपस्थिति के बारे में पल पल की जानकारी व निगरानी करने वाले किशोर को भी पुलिस ने सरंक्षण में लिया है।

Body:कस्बे में हुई दिनदहाड़े गोली की वारदात को लेकर मृतक के पिता गणपत सिंह पुत्र शम्भु सिंह जाति राजपूत निवासी गुडानाल पुलिस थाना सिवाना जिला बाडमेर ने रिपोर्ट दी कि मेरे पुत्र छोटूसिंह उर्फ कानसिंह उम्र 24 साल की पृथ्वीसिंह वगैराह 8 - 10 लोगों ने हथियारों से फायर कर हत्या कर दी तथा मेरे रिश्तेदार मालमसिंह पुत्र आम्बसिह जाति राजपूत निवासी मिठौडा को फायर कर गंभीर घायल कर दिया । जिसको लेकर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 6 दिन में वारदात का खुलासा कर दिया। वहीं घटना को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह बालोतरा ने बताया कि मृतक छोटूसिंह उर्फ कानसिंह व घायल मालमसिंह निवासी मिठौडा तथा पृथ्वीसिंह पुत्र जबरसिंह जाति राजपूत निवासी पीपलून पुलिस थाना सिवाना के मध्य सिवाना कस्बे में स्थित एक प्लॉट को लेकर आपसी रंजिश चल रही थी । इसी रंजिश के दौरान इनके आपस में पूर्व में जानलेवा मारपीट के मुकदमें दर्ज भी हुए थे।
वही बताया कि मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह के साथ मृतक छोटूसिंह ने साल भर पहले जानलेवा हमला कियाय था । इसी रंजिश को लेकर आरोपी पृथ्वीसिंह ने छोटूसिंह उर्फ कानसिंह एवं मालमसिंह को मारने का प्लान बनाया । पृथ्वीसिंह ने मृतक छोटूसिंह उर्फ कानसिंह व मालमसिंह को मारने के लिए जोधपुर के अपने दोस्त कालू पुरी से सहायता मांगी । कालूपुरी पुलिस थाना प्रतापनगर जोधपुर कमिश्नरेट का हिस्ट्रीशीटर है। जो बाडमेर के दिनेश मांजू हत्याकांड का आरोपी है। उसने इस वारदात को अंजाम देने के लिए अपने दोस्तों को साथ लिया । पृथ्वीसिंह ने कुछ दिन पहले जोधपुर जाकर कालपुरी के साथ यह प्लान बनाया । प्लान के मुताबिक आरोपी पृथ्वीसिंह घटना के पहले अपने सहयोगी राजूसिंह उर्फ राजेन्द्रसिंह की स्कॉर्पिया गाडी आरोपी कालूपुरी को उपलब्ध करवायी।
वही कालूपुरी 30 दिसम्बर को जोधपुर से अपने साथ सुरजसिंह , ललित गांची , राजेश बाबल व बिट सैन को स्कॉर्पिया गाडी से सिवाना लेकर आता हैं । देर रात तक इनके मध्य छोटूसिंह व मालमसिंह को मारने का प्लान बनाया जाता है । मृतक छोटूसिंह उर्फ कानसिंह तथा मालमसिंह की रैकी करने के लिए मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह ने एक किशोर को निगरानी
लगाया जो इनके बारे में पल पल की जानकारी आरोपियों तक पहुँचाता था । वारदात से कुछ समय पहले एक मोटरसाईकिल पर 03 व्यक्ति पृथ्वीसिंह के ऑफिस से निकलते हैं तथा मालमसिंह के ऑफिस के बाहर खड़े होते है । इसी दौरान मालमसिंह और मृतक छोटूसिंह अपनी स्कॉर्पिया गाडी लेने के लिए टायर पिंचर की दुकान पर एक मोटरसाईकिल पर जाते है तो ये मुलजिम भी पीछे पीछे जाते है । टायर पिंचर की दुकान के पास एक गली में मोटरसाईकिल छोडकर वे रैकी करने लगते है । इस दौरान राजेश बाबल, पृथ्वीसिंह को इस बारे में सूचना देता है । पृथ्वीसिंह अपने साथियों के साथ ऑफिस से रवाना होता हैं तथा राजूसिंह उर्फ राजेन्द्रसिंह को स्कॉर्पिया गाडी लेकर घटना के बाद में भागने के लिए तैयार रहने को कहता है । पृथ्वीसिंह वहाँ जाते ही मालमसिंह की स्कॉर्पिया गाडी को साईड से टक्कर मारता हैं तथा नीचे उतरते ही अंधाधुध फायरिंग करते है । इससे छोटूसिंह उर्फ कानसिह को पृथ्वीसिंह नजदीक से फायर कर गिरा देता है तथा अन्य मुलजिमान हथौडे व पाईप से मारपीट करते है । इसी दौरान मालमसिंह भाग जाता है तो उनके पीछे से आरोपी फायर करते हैं जिससे वह घायल हो जाता है । आरोपी द्वारा मृतक छोटूसिंह व मालमसिंह पर दोनों तरफ से फायर करते हैं तो इनके स्वयं के भी गोली लग जाती है । मुलजिमानों में ललित घांची के दो गोली लगी हैं जिनको जोधपुर शहर से विभित्र टीमें लगाकर प्राईवेट हॉस्पीटल से दस्तयाब कर पुलिस निगरानी में एमडीएम हॉस्पीटल जोधपुर में भती करवाया है ।

वारदात का खुलासा: वारदात के खुलासे को लेकर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी के निर्देशन में नरपतसिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा के निकटतम सुपरविजन में 10 से अधिक पुलिस टीमों का गठन कर उनकों अलग अलग टास्क देकर सूत्र सूचना संकलित कर संभावित ठिकानों पर दबीश कर मुलजिमानों की गिरफतारी के प्रयास किये गये व वारदात का सूक्ष्म तरीके से विश्लेषण कर पूरी वारदात का खुलासा किया गया।

पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में तकनीकी सहायता तथा 02 दिन पूर्व असाडा में मिली स्कॉर्पिया वाहन से महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे । मुलजिम वारदात के बाद स्कॉर्पिया वाहन से भागने की फिराक में थे मगर स्कॉर्पिया वाहन मालिक राजूसिंह उर्फ राजेन्द्रसिंह घटना के बाद हडबडा गया तथा वाहन को असाडा में छोडकर फरार हो गया । स्कॉर्पिया वाहन में मुलजिमानो के कपडे , कागजात तथा फोटो मिले । इसी आधार पर पुलिस ने कड़ी से कडी जोडकर प्रत्येक मुलजिमान की पहचान कर वारदात का खुलासा किया।, वही वारदात में शामिल मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह सहित विक्रमसिंह, राजूसिंह उर्फ राजेंद्रसिंह, कालू पुरी उर्फ प्रदीपपुरी, राजेश बाबल व बिंटू सैन सहित नामजद आरोपी अभी फरार है।



Conclusion:मुख्य आरोपी पृथ्वीसिह के खिलाफ पुलिस थाना सिवाना में मारपीट के 03 मुकदमें , विक्रमसिंह के खिलाफ 06 मुकदमें , कालूपुरी उर्फ प्रदीप पुरी के खिलाफ हत्या , हत्या का प्रयास , अवैध हथियारों के पूर्व में 07 मुकदमें दर्ज हैं । सुरजसिंह के खिलाफ पूर्व में 04 मुकदमें दर्ज है । वहीं पुलिस ने बताया कि वारदात में शामिल शेष आरोपियों कि पुलिस द्वारा तलाश जा रही है।


बाइट: नरपतसिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, बालोतरा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.