सिवाना (बाड़मेर). सिवाना कस्बे में पेटोल पंप के पास हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों और घटनाक्रम का खुलासा कर दिया है. घटना के आरोपी सूरजसिंह और दूसरे आरोपी ललित घांची को गिरफ्तार किया गया है. वहीं ललित के घायल होने के कारण उसे एमडीएम हॉस्पिटल, जोधपुर में पुलिस निगरानी में भर्ती करवाया है.
वहीं वारदात के मास्टर माइंड आरोपी पृथ्वीसिंह को मृतक छोटूसिंह और घायल मालमसिंह की कस्बा सिवाना में घटना के दिन उपस्थिति के बारे में पल-पल की जानकारी और निगरानी करने वाले किशोर को भी पुलिस ने सरंक्षण में लिया है.
कस्बे में हुई दिनदहाड़े फायरिंग की वारदात को लेकर मृतक के पिता गणपत सिंह ने रिपोर्ट दी थी कि उसके बेटे को पृथ्वीसिंह सहित 8 - 10 लोगों ने हथियारों से फायर कर हत्या कर दी तथा रिश्तेदार मालमसिंह को फायर कर गंभीर घायल कर दिया.
जिसको लेकर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 6 दिन में वारदात का खुलासा कर दिया. घटना को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह बालोतरा ने बताया कि मृतक छोटूसिंह उर्फ कानसिंह और घायल मालमसिंह निवासी तथा पृथ्वीसिंह के मध्य सिवाना कस्बे में स्थित एक प्लॉट को लेकर आपसी रंजिश चल रही थी. इसी रंजिश के दौरान इनके आपस में पूर्व में जानलेवा मारपीट के मुकदमे भी दर्ज हुए थे.
इस तरह बनाया प्लान
बता दें कि मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह पर मृतक छोटूसिंह ने साल भर पहले जानलेवा हमला किया था. इसी रंजिश को लेकर आरोपी पृथ्वीसिंह ने छोटूसिंह एवं मालमसिंह को मारने का प्लान बनाया. इसके तहत उसने जोधपुर के अपने दोस्त कालूपुरी से सहायता मांगी.
कालूपुरी ने 30 दिसम्बर को जोधपुर से अपने साथ सूरजसिंह, ललित घांची, राजेश बाबल और बिंटू सैन को स्कॉर्पियो गाड़ी से लेकर सिवाना आ गया. इस दौरान आरोपी पृथ्वीसिंह ने एक किशोर को निगरानी पर लगाया जो इनके बारे में पल-पल की जानकारी आरोपियों तक पहुंचाता रहा.
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वहीं वारदात से कुछ समय पहले एक मोटरसाइकिल पर 3 व्यक्ति पृथ्वीसिंह के ऑफिस से निकले. इसी दौरान मालमसिंह और मृतक छोटूसिंह अपनी स्कॉर्पिया गाड़ी लेने के लिए एक टायर पिंचर की दुकान पर एक मोटरसाइकिल पर गए थे, तभी आरोपी उनके पीछे हो लिए और मौका पाकर पृथ्वीसिंह ने वहां जाते ही मालमसिंह की स्कॉर्पियो गाड़ी को साइड से टक्कर मार कर नीचे उतरते ही अंधाधुंध फायरिंग कर दी.
जिसमें अन्य आरोपियों ने उनसे मारपीट की. इस मारपीट में आरोपी ललित घांची के भी दो गोली लग गई. सभी को जोधपुर शहर से विभित्र टीमें लगाकर प्राइवेट हॉस्पिटल से गिरफ्तार कर पुलिस निगरानी में एमडीएम हॉस्पीटल जोधपुर में भर्ती करवाया गया था.
वारदात का खुलासा
वारदात के खुलासे को लेकर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी के निर्देशन में नरपतसिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा के सुपरविजन में 10 से अधिक पुलिस टीमों का गठन संभावित ठिकानों पर दबीश दी.
पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में तकनीकी सहायता तथा 2 दिन पूर्व असाडा में मिली स्कॉर्पियो वाहन से महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे. मुलजिम वारदात के बाद स्कॉर्पियो वाहन से भागने की फिराक में थे. वहीं वारदात में शामिल मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह सहित विक्रमसिंह, राजूसिंह उर्फ राजेंद्रसिंह, कालू पुरी उर्फ प्रदीपपुरी, राजेश बाबल औप बिंटू सैन सहित नामजद आरोपी अभी फरार है.
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बता दें कि मुख्य आरोपी पृथ्वीसिंह के खिलाफ पुलिस थाना सिवाना में मारपीट के 3 मुकदमें, विक्रमसिंह के खिलाफ 6 मुकदमें, कालूपुरी उर्फ प्रदीप पुरी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, अवैध हथियारों के पूर्व में 07 मुकदमें दर्ज हैं . सूरजसिंह के खिलाफ पूर्व में 4 मुकदमें दर्ज हैं. वहीं पुलिस ने बताया कि वारदात में शामिल शेष आरोपियों कि पुलिस द्वारा तलाश जा रही है.