बालोतरा (बाड़मेर). रीट परीक्षा (REET Exam) को लेकर पूरे राजस्थान में लगातार नकल गिरोह के खिलाफ पुलिस का हल्ला बोल जारी है. इसी बीच बाड़मेर पुलिस ने नकल गिरोह का बड़ा पर्दाफाश करते हुए 2 शिक्षकों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से करीब 10 लाख रुपए बरामद हुए हैं. बताया जा रहा है कि 5 अभ्यर्थियों से 6 लाख लेकर फर्जी तरीके से पास करवाने की योजना बनाई जा रही थी. वहीं, इसमें 20 से ज्यादा सरकारी शिक्षकों के शामिल होने की खबर है.
बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि रीट परीक्षा में डमी कैंडिडेट बिठाकर पास करवाने वाले गिरोह को लेकर बालोतरा पुलिस ने एक घर पर छापा मारी. पुलिस ने यहां से 2 शिक्षक रमेश और सुरेश को गिरफ्तार किया. साथ ही आरोपियों के पास से 9.50 लाख नगद, चैकबुक, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, रीट परीक्षा के दर्जन एडमिट कार्ड और 2 चेहरों के मिक्स फोटो युक्त फर्जी दस्तावेज सहित कई दस्तावेज बरामद किया. पुलिस ने एक स्कॉर्पियो गाड़ी भी बरामद की है.
शर्मा के अनुसार आरोपी रमेश विश्नोई ने 5 अभ्यर्थियों से 12 लाख रुपए लिए थे और उन्हें वादा किया था कि 4 घंटे पहले पेपर हल करवा कर सेंटर तक पहुंचाएंगे. ऐसा बताया जा रहा है कि इस मामले में 20 से ज्यादा सरकारी शिक्षक शामिल हैं. पुलिस की कई टीमों ने रात के समय से ही दबिश देना शुरू कर दिया था. जल्द ही पुलिस इस पूरे गिरोह का खुलासा करेगी.
डमी कैंडिडेट गिरफ्तार
अब महज 12 घंटे पहले ही बाड़मेर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. चौहटन थाना इलाके की हनुमाना राम को गिरफ्तार किया है. ऐसा बताया जा रहा है कि हनुमाना राम ने अशोक से 10 लाख रुपए लेकर डमी अभ्यर्थी बिठाने का खेल खेलना चाहता था लेकिन उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह बात सही है कि बाड़मेर जिले में रीट परीक्षा का निष्पक्ष करवाना बड़ी चुनौती है लेकिन हमने अपनी ओर से पूरी तैयारी कर दी है. लगातार जो भी हमारे पास में सूचनाएं आ रही है. उस पर काम किया जा रहा है. जिस तरीके से हमने पिछले कुछ घंटे में लगातार कार्रवाई की है. उसके बाद नकल गिरोह में जबरदस्त तरीके से खौफ व्याप्त हो गया है.
बाड़मेर के अतरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह ने बताया कि हनुमाना राम अपना आधार कार्ड का उपयोग करके फर्जी तरीके से डमी कैंडिडेट बिठाने की फिराक में था. चौहटन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हनुमाना राम को गिरफ्तार किया है. ऐसा बताया जा रहा है कि हनुमाना राम ने अभ्यार्थी से दो लाख नकद ले चुका था. आठ लाख परीक्षा होने के बाद लेने की तैयारी में था लेकिन उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया. अब पुलिस हनुमाना राम से पूछताछ कर रही है. पूरे गिरोह तक पहुंचने की तैयारी में है.