बाड़मेर. बाड़मेर की रहने वाली प्रीति शारदा कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है. ऐसे में वह कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अपने मुल्क के लिए रवाना हुई थी. लेकिन अल्माटी एयरपोर्ट पर बीच रास्ते में फंस गई है. अब प्रीति की विधवा मां ने देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और विदेश मंत्री से मदद की गुहार लगाई है.
प्रीति की मां कोकिला शारदा ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि मेरी बेटी प्रीति की दो बार टिकट बन गई थी, लेकिन सरकार ने दोनों बार फ्लाइट रद्द कर दी. जिसके चलते अब मेरी बेटी पिछले 4 दिनों से अल्माटी एयरपोर्ट कजाकिस्तान में फंसी हुई है. न तो उनके पास खाने के लिए कुछ है और न ही अब उनके पास पैसे बचे हैं. क्योंकि जितने पैसे थे, वह खाने-पीने के साथ ही फ्लाइट की टिकटों में लग गए.
मां ने दर्द व्यक्त करते हुए कहा...
मेरी तो यह हालत है कि मेरी इकलौती संतान मेरी बेटी है, 3 दिनों से मुझे नींद नहीं आ रही है. जब से यह सुना है कि मेरी बेटी एयरपोर्ट पर फंसी हुई है. क्योंकि न तो अब उसे कजाकिस्तान सरकार वापस हॉस्टल में रखने के लिए तैयार है. ऐसे में मेरी बेटी जैसे सैकड़ों राजस्थान और हजारों भारत के एमबीबीएस डॉक्टर फंसे हुए हैं. उनको सरकार तत्काल प्रभाव से वापस अपने मुल्क लाकर अपनी निगरानी में कहीं पर भी रखें. इस बात का मुझे कोई दुख नहीं होगा. लेकिन इस हाल में मेरी बेटी को सरकार तत्काल प्रभाव से अपने मुल्क लाए और मेरी बेटी के साथ जो स्टूडेंट हैं. वह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी से लेकर राहुल गांधी हर किसी से सोशल मीडिया के माध्यम से गुहार लगा चुके हैं.
उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को इस बारे में जानकारी दी है. अब मैं आपके माध्यम से सीधे देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से यही कहना चाहूंगी कि किसी भी हाल में जो स्टूडेंट विदेशों में फंसे हुए हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से अपने मुल्क लाकर कहीं पर भी रखें.
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गौरतलब है कि मोदी सरकार ने 22 से लेकर 28 तारीख तक किसी भी विदेशी विमान की आवागमन पर रोक लगा दी है, जिसके चलते कई भारतीय स्टूडेंट विदेशों में फंसे हुए हैं. वहीं बाड़मेर की कोकिला शारदा की इकलौती बेटी बीच रास्ते में फंस गई है. जिसके चलते अब उसकी हालत खराब होती जा रही है. क्योंकि घर की इकलौती बेटी बीच रास्ते में है, जिसके चलते कुछ माह की रातों की नींद उड़ गई है. अब उसने ईटीवी भारत के माध्यम से मोदी सरकार से गुहार लगाई है कि सरकार उसकी मदद करे और उसकी बेटी देश का भविष्य है. डॉक्टर बनने के लिए वहां गई है, जिसके चलते अब मोदी सरकार उसकी मदद करे और अपने मुल्क लाए.