बाड़मेर. पाकिस्तानी जेल में बंद गेमराराम के परिवार को गांव से बेदखल कर दिया गया है. 85 वर्ष के बुजुर्ग मां-बाप के साथ ही 3 महिलाओं सहित छह सदस्यों को गांव से बाहर निकाला गया है. आरोप है कि गेमराराम के भाई पीथाराम पर किसी युवती को भगाने का विवाद चल रहा था. इसी मामले में गांव के लोगों ने गेमराराम के परिवार को गांव से बेदखल कर दिया.
जानकारी के अनुसार बीजराड़ थाना इलाके के सज्जन का पार स्थित कुम्हारों का टीबा गांव में लड़की के चक्कर में गेमराराम गलती से पाकिस्तान चला गया था. वहां पिछले 11 महीनों से गेमराराम जेल में बंद है. हाल ही में गेमराराम की पाकिस्तान से चिट्ठी भी आई थी. गेमराराम के भाई पीथाराम पर आरोप है कि वह भी गांव की किसी लड़की को भगाकर ले गया था. इसके बाद उसे भी जेल भेज दिया गया था. इसी के चलते गांव वालों ने परिवार को बेदखल कर दिया. बताया जा रहा है कि परिवार की महिलाएं शोभाला गांव में रिश्तेदारों के पास रुकी हुई हैं. वहीं पुरुष पास के गांव की खेत में रुके हुए हैं. मामले में परिवार की ओर से बीजराड़ थाने में गांव वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह के अनुसार सोशल मीडिया और परिवार की ओर से रिपोर्ट दी गई है, कि पाकिस्तानी जेल में बंद गेमराराम के परिवार को गांव से बेदखल कर दिया गया है. उसका एक भाई भी जेल में बंद है. जिसका अनुसंधान चल रहा है. परिवार की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. जिन लोगों परिवार को गांव से बेदखल किया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.