बाड़मेर. जोधपुर संभागीय आयुक्त बीएल कोठारी अपने एक दिवसीय दौरे पर शनिवार को बाड़मेर पहुंचे. बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्टर कार्यालय में उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों और आरएसएमएमएल लिमिटेड के साथ गिरल क्षेत्र में चल रहे प्रदर्शन को लेकर चर्चा की. गिरल क्षेत्र में प्रभावित किसानों के साथ वार्ता करते हुए उनकी समस्याएं सुनी और जल्दी उनकी भूमिका अनुसार भुगतान दिलाने की बात कही.
वहीं, इस मामले को लेकर गिरल थुबली क्षेत्र के किसानों का कहना है कि साल 2013 में माइनिंग के लिए उनकी भूमि आरएसएमएमएल लिमिटेड कंपनी की ओर से आवंटित की गई थी. इसके एवज में आरएसएमएमएल लिमिटेड की ओर से उन्हें भूमि का मुआवजा देने के साथ मूलभूत सुविधाएं रोजगार देने की बात पर सहमति बनी थी. वहीं किसानों का कहना है कि कंपनियां अपना वादा भूल गई. किसानों का कहना है कि कंपनी मूलभूत सुविधाएं और रोजगार की तो छोड़ो, पिछ्ले 7 सालों से आवंटित भूमि का मुआवजा तक नहीं दे रही है.
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जिला कलेक्टर अंशदीप के अनुसार गिरल क्षेत्र में चल रहे किसानों के प्रदर्शन को लेकर संभागीय आयुक्त ने उन किसानों की समस्या सुनी और जल्द निस्तारण के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि जल्दी उन्हें मुआवजा दिया जाएगा. आरएसएमएम कंपनी के अधिकारियों को जल्द निस्तारण के निर्देश दिए शनिवार को संभागीय आयुक्त की ओर से ली गई बैठक में गिरल मामले के साथ पंचायती राज चुनाव को लेकर भी अधिकारी को निर्देश दिए गए.
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गौरतलब है कि बीते दिनो आकली गांव में आरएसएमएमएल कम्पनी कार्यालय के आगे तीन गांव के सैकड़ों महिलाएं, पुरुष, बच्चे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए थे. इनका यह धरना जिला प्रशासन और शिव विधायक अमीन खान की मध्यरस्ता के बाद 22 दिन बाद समाप्त हुआ था. वहीं ग्रामीणों ने कहा कि जल्द उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे फिर से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे. इस बैठक में जिला कलेक्टर अंशदीप, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा, एसबीएम नीरज मिश्र, एसपी खीवसिंह भाटी, आरएसएमएमएल लिमिटेड के जीजीएम अरुणसिंह और गिरल थुबली क्षेत्र के किसान मौजूद रहे.