बाड़मेर. जिले की बालोतरा के पास भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत हाइवे में निर्माण में लगी कंपनी में कार्यरत एक कार्मीक की 2 दिन पहले मौत हो गई थी. जिस पर परिजन कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लगातार बालोतरा के नाहटा अस्पताल के आगे धरना प्रदर्शन कर रहे थे.
गुरुवार को पचपदरा से कांग्रेस के विधायक मदन प्रजापत में निजी कंपनियों और मजदूरों के बीच मध्यस्थता कर परिजनों को उठाने के लिए राजी किया. परिजन लगातार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई उचित मुआवजे की मांग कर रहे थे. मदन प्रजापत की मध्यस्थता के बाद निजी कंपनी ने मजदूर को लेकर उचित मुआवजा की मांग को मान लिया है. वहीं पुलिस प्रशासन ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी आश्वासन दिया है जिसके बाद शव को उठा लिया गया है.
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जानकारी के अनुसार 1 जून की रात्रि को मजदूर की मौत के बाद शव को नाहटा अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया था. जिसके बाद लगातार पुलिस और प्रशासन समझाइश कर रहा था, लेकिन मजदूर और परिजन मानने को तैयार नहीं थे. गुरुवार को पचपदरा तहसीलदार सुरेंद्र कुमार उप अधीक्षक धनफुल मीणा, सहित बालोतरा थाना अधिकारी निरंजन प्रताप चारण की मौजूदगी में सब उठाने को लेकर मजदूर राजी हुए. परिवार की ओर से निजी कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है.
मारूड़ी गांव भामाशाह ने 10 व्हीलचेयर और 10 स्ट्रेचर अस्पताल प्रशासन को सौंपा
कोरोना महामारी के मौजूदा दौर में सरकारी अस्पताल बेहतर इलाज मिल सके हर किसी व्यक्ति की यही भावना है. जिसको लेकर लगातार भामाशाह समाजसेवी संस्थाएं अपनी ओर से अस्पताल प्रबंधन को सामग्री भेंट कर रहे हैं. इसी कड़ी में बाड़मेर के मारूड़ी गांव के रहने वाले स्वरूप सिंह ने 10 व्हीलचेयर और 10 स्ट्रेचर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन की मौजूदगी में अस्पताल प्रशासन को सुपुर्द किए. विधायक मेवाराम जैन ने इस नेक कार्य के लिए भामाशाह स्वरूप सिंह का आभार जताया.
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भामाशाह स्वरूप सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले उनकी मां को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और करीब 15 दिन तक भर्ती रहे थे उस दौरान अस्पताल में मरीजों को वार्ड में शिफ्ट करने के दौरान इस स्ट्रेचर और व्हीलचेयर की किल्लत महसूस हो रही थी उस विकट समय में व्हीलचेयर और इस ट्रैक्टर की उपलब्धता नहीं हो पा रही थी.
परिवार ने निश्चित किया था कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को ऐसी परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़े. इसी बात को ध्यान में रखकर 10 स्ट्रेचर और 10 व्हीलचेयर बाड़मेर मेडिकल कॉलेज अस्पताल को सुपुर्द किए ताकि चिकित्सा व्यवस्थाओं के लिए मरीजों को कुछ राहत दिलाई जा सके.
पीएमओ डॉ. बीएल मंसूरिया ने कहा कि कोरोना काल में बाड़मेर की भामाशाह लगातार आगे आकर अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में जुटे हैं इसमें अस्पताल को किसी भी तरह की कभी कमी महसूस नहीं होने दी. पीएमओ डॉ. बीएल मंसूरिया ने बाड़मेर के भामाशाहाओं का आभार जताते हुए कहा कि आज भामाशाह स्वरूप सिंह की ओर से 10 स्ट्रेचर और 10 व्हीलचेयर अस्पताल प्रशासन को भेट गए है इससे मरीजों को राहत मिलेगी.