बाड़मेर. जिले के जिला मुख्यालय स्थित पीजी महाविद्यालय के एनएसयूआई छात्र संगठन के छात्रों ने गहलोत सरकार के द्वारा कोरोना के संकटकाल में परीक्षाएं करवाने के फैसले का विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. नारेबाजी करते हुए छात्रों ने सरकार से मांग कि है कि उन्हें बिना परीक्षा के ही प्रमोट कर डिग्रियां दी जाए.
एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष राजेंद्र ने गहलोत सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं को प्रमोट करने के साथ-साथ फाइनल ईयर के विद्यार्थियों को भी 10 प्रतिशत अंतिम अंक देकर प्रमोट कर दिया जाए.
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बाड़मेर एनयूसीआई के अध्यक्ष राजेंद्र ने बताया कि कोरोना काल के चलते देश की संसद और विधानसभा भी बंद है तो कॉलेज ही छात्रों की परीक्षाएं करवा कर राज्य सरकार युवा छात्रों के स्वास्थ्य को खतरे में क्यों डाल रही है. छात्रों के अनुसार हरियाणा, मध्य प्रदेश की सरकारों ने छात्र हित में फैसला करते हुए समस्त विद्यार्थियों को प्रमोट करने का निर्णय लिया है. लेकिन राजस्थान की गहलोत सरकार ने कोरोना के संकटकाल में परीक्षाएं करवाकर युवा छात्रों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.
पीजी कॉलेज के छात्रों ने प्रथम और द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत रेगुलर व प्राइवेट छात्र-छात्राओं को प्रमोट करने के साथ ही साथ फाइनल ईयर के विद्यार्थियों को भी 10 फीसदी अंक अतिरिक्त देखकर प्रमोट करने के साथ हॉस्टल में अध्यनरत छात्रों का किराया माफ करने की मांग की है.