बाड़मेर. कांग्रेस नेता एवं गुड़ामालानी से विधायक हेमाराम चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. इस पत्र के माध्यम से जिले में केयर्न एनर्जी की जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग की है. साथ ही विधायके ने कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी है.
विधायक हेमाराम चौधरी ने कहा कि जिले में केयर्न एनर्जी की पर्यावरण की जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते कोई भी किसान इस जनसुनवाई में भाग नहीं ले सकता है. लिहाजा, इसे तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए.
हेमाराम चौधरी ने कंपनी पर यह भी आरोप लगाया है कि कंपनी ने 6 महीने पहले स्थानीय लोगों को रोजगार में 60 फीसदी वरियता देने का वादा किया था, जो अभी तक पूरा नहीं किया है. स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. इसके साथ ही हेमाराम चौधरी ने कहा कि जिस तरीके से विंड कोयला खनन, तेल खनन, ऑयल फील्ड में किसानों की जमीन खरीदी जा रही है.
पढ़ें- बाड़मेर: बीजेपी जिलाध्यक्ष ने कई मुद्दों पर गहलोत सरकार को घेरा
इस मामले में सरकार को किसानों की जमीन खरीदने के बजाय किराए पर देनी चाहिए, ताकि हर साल किसानों को किराया मिलता रहे, जिससे उनका गुजारा चलता रहे. इस मामले को उन्होंने विधानसभा में भी उठाया था. उन्होंने कहा कि पहले भी कोयला खनन में बाड़मेर के सैकड़ों किसानों की जमीन लाखों और करोड़ों रुपए मिले थे, लेकिन वह किसान आज भी बुरे हालात में है. इसलिए सरकार के सामने उन्होंने अपनी बात रखी थी.
इसके साथ ही विधायक हेमाराम चौधरी ने बताया कि उन्हें पार्टी के नए प्रदेश प्रभारी अजय माकन की ओर से बुलावा आया है. वह जयपुर में अजय माकन से मुलाकात करेंगे. उन्होंने कहा कि किस तरीके से पार्टी और संगठन मजबूत किया जाए, इस बात को लेकर अपनी राय रखूंगा.