बाड़मेर. राजस्थान के आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम गोदारा पर हुए जानलेवा हमले के मामले में एसओजी (RTI activist Amraram Attack case) की टीम ने मुख्य आरोपी नगराज को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है. न्यायालय ने आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. वहीं इस मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी पहले हो चुकी थी.
20 दिसंबर 2021 को जिले के गिड़ा थाना इलाके में आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम गोदारा पर हमलावरों ने जानलेवा हमला करते हुए अमानवीय यातनाएं दी थी. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. जानकारी के अनुसार एसओजी की टीम ने वांछित आरोपी नगराज को 1 दिन पहले पूछताछ के लिए डिटेन किया था. बताया जा रहा है टीम ने एक ऑडियो क्लिप में नगराज के आवाज की पुष्टि नगाराम से करवाई. इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
इसके बाद शनिवार को एसओजी की टीम ने आरोपी नगराज को न्यायालय में पेश किया. न्यायालय ने (Main Accused Arrested of RTI activist Amraram) आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. वहीं आरोपी का कहना है कि आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम के पास से अवैध शराब पकड़ाया था. इसपर किसी ने हमला कर दिया होगा. आरोप तो कोई भी लगा सकता है मुझे पूछताछ के लिए लाया गया है.
ये था मामला : बाड़मेर जिले के गिड़ा थाना इलाके में कुछ बदमाशों ने 20 दिसंबर 2021 को आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम (RTI activist Amraram) पर जानलेवा हमला कर दिया. हमलावरों ने अमराराम का अपहरण करने के बाद उसकी पिटाई कर उसे अमानवीय यातनायें दी. हमलावरों ने आरटीआई कार्यकर्ता के दोनों पैर और एक हाथ तोड़ दिए. यही नहीं क्रूरता की हदें पार करते हुए उसके पैरों में कील ठोक दी. पांवों में सरिया डालकर घुमाया. उसके बाद उसे गांव के पास सड़क किनारे फेंक गए.