बालोतरा (बाड़मेर). जिले के बालोतरा में आयोजित भाजपा के जनाक्रोश महाघेराव को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने राज्य की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा पर गंभीर आरोप लगाए. राठौड़ ने कहा कि बाबूलाल कटारा जैसे आरपीएससी के सदस्यों की कृपा से उनका पूरा कुनबा आरएएस बना है. इस दौरान उन्होंने गहलोत सरकार में आरपीएससी में हुई सभी नियुक्तियों की जांच की भी मांग की.
दरअसल, राजेंद्र राठौड़ बुधवार को बाड़मेर में भाजपा के जनाक्रोश महाघेराव में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान राठौड़ के साथ ही केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, सांसद देवजी पटेल, सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल, पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी समेत पार्टी के स्थानीय नेता व बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एडीएम कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौंपे. इससे पहले राठौड़ ने जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की गहलोत सरकार को कई मुद्दों पर घेरा.
ओलों के साथ गिरे 19 जिले - नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उस दिन मौसम खराब था. जिस दिन मुख्यमंत्री नए जिलों की घोषणा कर रहे थे. ओले गिर रहे थे, ओलो के साथ नए जिले भी गिर गए. राजस्थान में 19 नए जिलों की घोषणा कर दी गई. उन्होंने कहा कि एक जिले को बनाने में 4-5 सौ करोड़ रुपए लगते हैं. घोषणा तो कर दी कि नए जिलों पर 2000 करोड़ रुपए खर्च करेंगे, लेकिन बजट में डबल जीरो का कोई प्रावधान ही नहीं है.
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सरकार की रायशुमारी पर बोले राठौड़ - राठौड़ ने कहा कि सरकार की रायशुमारी राजधानी जयपुर में चल रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि इस सरकार के ज्यादातर मंत्री व अधिकारी सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबे हैं. वहीं, पूर्व में मंत्री भरत सिंह पहले से ही इस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि सरकार के मुखिया और भ्रष्ट मंत्रियों का गठजोड़ चल रहा है. इस सरकार में बैठे लोग किसी की बात तक नहीं सुनते हैं.
अंतर्विरोध में डूबी गहलोत सरकार - राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत-पायलट के बीच जारी विवाद पर तंज कसते हुए कहा कि आज ये सरकार अंतर्विरोध में डूबी हुई है. उन्होंने कहा कि पायलट को सीएम गहलोत नकारा और निकम्मा कहते हैं. साथ ही कहते हैं कि इसकी रगड़ाई नहीं हुई है. खैर, अब तो राजस्थान की जनमानस ने इस सरकार की रगड़ाई का मन बना लिया है. राठौड़ ने कहा कि वो लंबे समय से सियासत कर रहे हैं. वो चेहरों को अच्छे से पढ़ते हैं. आगे उन्होंने दावा किया कि इस बार तो इस सरकार की विदाई होनी ही है, लेकिन भविष्य में भी ये अब सत्ता में नहीं आ पाएंगे.
इस सरकार की हालत खराब है - राठौड़ ने कहा कि अब सरकार के मंत्री खुद कह रहे हैं कि एक फॉच्यूर्नर गाड़ी में जितनी सवारी आती है, उतने ही लोग ही चुनाव जीतेंगे. कल तो खेतड़ी जनसभा में उन्हीं के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अपने आप को दुरुस्त करते हुए कहा कि वो गलत कह दिए थे कि उनकी सरकार की स्थिति ठीक है. मौजूदा परिदृश्य को देखते हुए तो ऐसा लगता है कि 2023 के चुनाव में फॉच्यूर्नर कार में बैठने भर लोग भी नहीं जीतने वाले हैं.
कटारा जैसे लोगों की कृपा से पूरा कुनबा बना आरएएस - राजेंद्र राठौड़ ने मांग करते हुए कहा कि आरपीएससी में कांग्रेस सरकार बनने बाद जितनी भी नियुक्ति हुई है, उन सभी की जांच होनी चाहिए. राठौड़ ने कहा कि हमारे पड़ोस लक्ष्मणगढ़ में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा रहते हैं. बाबूलाल कटारा जैसे आरपीएससी के सदस्यों की वजह से इनका पूरा कुनबा आरएएस बन गया. राठौड़ ने कहा कि बेटा के साथ ही पुत्रवधु भी आरएएस बन गई. लेकिन ये सूची यही नहीं रुकी, बल्कि पुत्रवधु की बहन और साले भी आरएएस बन गए. राठौड़ ने तंज कसते हुए कहा कि एकाएक ये बुद्धिमान कैसे पैदा हो गए?. कौन सी चक्की का आटा खा लिए हैं?.