सिवाना (बाड़मेर). किसानों ने खरीफ की फसल बीमा क्लेम साल 2018 दिलवाने को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया. वहीं किसानों ने ज्ञापन में बताया कि साल 2018 में खरीफ की फसल बाजरा, मूंग, मोठ, वार आदि की बुवाई प्रथम वर्षा होने पर की गई थी. साथ ही फसलें उगकर अंकुरित होकर तैयार हुई थी. ऐसे में बारिश न होने की वजह से फसल खराब हो गई थी.
वहीं किसानों ने राष्ट्रीय कृत बैंकों के माध्यम से खरीफ फसल 2018 का बीमा प्रीमियम समय पर केसीसी खातों के माध्यम से जमा भी करवाया था. साथ ही प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत साल 2018 में शत-प्रतिशत अकाल होने के बावजूद आज तक किसानों को बीमा के नाम पर क्लेम कुछ नहीं मिला. तहसील अध्यक्ष विशनसिंह सोमडा ने बताया की किसानों के साथ घोर अन्याय हुआ है.
वहीं ज्ञापन में किसानों को शीघ्र क्लेम दिलवाने की मांग की गई है. साथ ही किसानों ने क्लेम नहीं मिलने की स्थिति में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की भी चेतावनी दी है. संघ के प्रतिनिधि और किसान स्थानीय तहसील कार्यालय पहुंचे. जहां तहसीलदार कार्यालय में नहीं मिले. आखिर किसानों ने कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन दिया. ज्ञापन में किसानों ने क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं को लेकर भी समाधान हेतु ज्ञापन में अपनी मांगें रखी, जो इस प्रकार है...
- अकाल के चलते चारा, पानी, रोजगार के पुख्ता प्रबन्ध करने.
- विद्युत बिल, अनुदान राशि का बिलों में समायोजन करने.
- साल 2017-2018 और 2019 में अकाल के अनुदान से वंचित किसानों को अनुदान देने.
- डिमांड राशि भरे हुए बकाया विद्युत कनेक्शन देने.
- अकाल के चलते पशुधन बचाने के लिए सरकार शीघ्र चारा, डिपो और पशु शिविर तथा पेयजल व्यवस्था की मांग.
- साल 2017 कृषि अनुदान से वंचित किसानों को अनुदान देने.
बकाया कृषि कनेक्शन देने तथा सरकार द्वारा घोषित दो लाख रुपए की ऋण माफी के तहत किसानों के राष्ट्रीयकृत बैंकों के ऋण शीघ्र माफ करवाने की मांग. इस मौके पर संघ के जिला उपाध्यक्ष अनोप सिंह गोलिया, तहसील महामंत्री सुमेर सिंह बालावत, उपाध्यक्ष चतर सिंह राठौड़, सयोजक कान सिंह खिंची, समदड़ी तहसील पूर्व अध्यक्ष विजय सिंह राखी, मवड़ी उपसरपंच ऊम सिंह भायल मौजूद रहे.