बाड़मेर. जिले के सिणधरी थाना इलाके में दलित युवक ने मारपीट के बाद आहत होकर आत्महत्या कर ली थी. अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. शनिवार को दलित समाज के लोगों ने शव उठाने से इनकार कर दिया. परिजनों ने आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी करने की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को मालाराम वैक्सीन लगवाने के लिए बाइक से जा रहा था. रास्ते में एक महिला बाइक से टकरा गई. जिसके बाद आसपास के कुछ लोगों ने युवक के साथ मारपीट कर दी. इससे आहट होकर युवक ने घर पर आने के बाद टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली थी. युवक की मौत के बाद गुस्साए परिजनों और समाज के लोगों ने मोर्चरी पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया.
दलित नेता उदाराम मेघवाल ने कहा कि जिस तरीके से इस घटना को अंजाम दिया गया है. वह यह बात दर्शाती है कि राजस्थान में कानून नाम की कोई चीज नहीं है. हम सुबह से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा साथ ही शव नहीं उठाया जाएगा.
इस मामले में गुढ़ामालानी उप अधीक्षक शुभकरण का कहना है कि परिवार और समाज के लोगों की समझाइश की जा रही है. पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. एहतियात के तौर पर आसपास के थानों की पुलिस बल को भी मोर्चरी के बाहर तैनात किया गया है.
यह था मामलाः
जिले के सिणधरी थाना इलाके में पिटाई से आहत युवक ने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली थी. जानकारी के मुताबिक मालाराम नाम का युवक बाइक से टीका लगवाने के लिए निकला था. रास्ते में मालाराम की बाइक एक बुजुर्ग महिला से टकरा गई. इस दौरान वहां मौजूद कुछ युवकों ने मालाराम की धुनाई कर दी. पिटाई से आहत मालाराम ने घर लौटकर टांके में कूदकर जान दे दी.
पुलिस के मुताबिक टांके में पानी अधिक होने के कारण मालाराम बच नहीं सका. परिजनों ने मालाराम को टांके से बाहर निकाला. सिणधरी थाना अधिकारी बलदेव राम के अनुसार मालाराम ने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को मोर्चरी में रखवाया. अभी तक परिवार की ओर से कोई रिपोर्ट नहीं दी गई है. पुलिस ने कहा कि अगर रिपोर्ट मिलेगी तो उसके मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी.