बालोतरा (बाड़मेर). प्रदेश भर में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है. उपखंड में भी इससे निपटने के लिए लॉकडाउन लागू है. ऐसे में औद्योगिक क्षेत्र में कार्य करने और रिफाइनरी के कार्य करने में लगे मजदूरों की घर वापसी का क्रम जारी है. शुरुआती दौर में उत्तर प्रदेश के सैकड़ों मजदूरों को रवाना किया गया. लेकिन दोनों जगहों पर अब भी मजदूर घर जाने के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं.
शुक्रवार को उपखंड प्रशासन ने फंसे प्रवासी और श्रमिकों के साथ अन्य लोगों को उनके गृह राज्य भेजने का सिलसिला जारी रखा. इसके लिए सरकार द्वारा भारतीय रेल के सहयोग से श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियां चलाई जा रही है. साथ ही राजस्थान पथ परिवहन निगम की ओर से बसों की व्यवस्था भी की गई है. जिसके तहत उपखण्ड प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के लिए 57 लोगों को पंचायत समिति से रवाना किया.
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बता दें, कि उपखण्ड से उत्तर प्रदेश के कुल 57 लोगों को सरकार से अनुमति मिलने के बाद रोडवेज की विशेष बसों के जरिए जोधपुर भेजा गया. यह सभी जोधपुर से स्पेशल श्रमिक ट्रेन के जरिए उत्तर प्रदेश जाएंगे. वहीं मध्य प्रदेश के लिए भी 40 श्रमिकों को बस के माध्यम से रवाना किया गया. जिन्हें बॉर्डर तक छोड़ा जाएगा.
मजदूरों ने घर वापसी के दौरान कहा कि लॉकडाउन जीवन भर याद रहेगा. दो दिनों से यहां पर हैं. उपखण्ड प्रशासन ने पहले भी हमारे साथियों को भेजा था. उसमें हमारा नम्बर नहीं आया, अब सरकार से विशेष अनुमति मिलने पर शुक्रवार को गृह जिले ट्रेन के जरिए भेजा जा रहा है. सरकार द्वारा निःशुल्क सुविधा पर खुशी जारी करते हुए मजदूरों ने कहा कि वह लंबे समय के बाद अपने घर वालों से मिल पाएंगे.
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इससे पूर्व उपखंड प्रशासन द्वारा बसों को सैनिटाइज करवाते हुए चिकित्सा टीम द्वारा सभी मजदूरों की जांच करवाई गई. उसके साथ भोजन, पानी की समुचित व्यवस्था की गई. मास्क का भी वितरण करने के साथ घर पहुंचने के बाद होम क्वॉरेंटाइन में रहने की जानकारी दी गई. इस दौरान उपखंड अधिकारी रोहित कुमार, नगर परिषद आयुक्त रामकिशोर मौजूद रहे.