बाड़मेर. कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी के विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा भेजने के बाद राजस्थान में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. बुधवार को पूरे दिन हेमाराम चौधरी के समर्थक उनके निवास पर मुलाकात करते नजर आए. उनके समर्थकों का साफ तौर पर कहना है कि ढाई साल में गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी की गई है और इसके कारण भी हेमाराम चौधरी ने इस्तीफा दिया है.
समर्थकों का कहना है कि जब हमने हेमाराम चौधरी को छठी बार विधायक बनाया था तो सोचा था कि इस बार गुड़ामालानी विधानसभा में विकास कार्य होगा. लेकिन, हेमाराम चौधरी की ना तो अधिकारी सुनते हैं, ना कर्मचारी सुनते हैं और ना मंत्री सुनते हैं. यह बात उन्होंने कई बार विधानसभा से लेकर मीडिया में भी बोला है. समर्थकों ने कहा कि इसी से आहत होकर उन्हें इस्तीफा दिया है.
हेमाराम चौधरी के समर्थकों का आरोप है कि कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद भी उनके समर्थकों को बार-बार परेशान किया जाता है. इस बात को लेकर पार्टी संगठन से लेकर सरकार में भी चौधरी ने अपनी बात रखी, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की. इन सबके बाद भी उनको यह कदम उठाना पड़ा.