बालोतरा (बाड़मेर). नगर निकाय चुनाव को लेकर एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है. बीजेपी के बालोतरा पार्षद मानवेंद्र परिहार को इस बार चुनाव में प्रत्याशी नहीं घोषित करने पर बुधवार को उन्होंने अपनी ही पार्टी पर बड़ा आरोप लगा दिया था. उन्होंने कहा कि टिकट के लिए मुझसे जिलाध्यक्ष और पूर्व मंत्री ने 10 लाख रुपए की मांग की थी. लेकिन जब मैंने पैसे नहीं दिए तो मेरा टिकट काट दिया गया. वहीं, पार्षद परिहार के इस आरोप पर जिलाध्यक्ष चौहान ने पलटवार किया है.
वर्तमान में भाजपा से पार्षद रहे मानवेन्द्र परिहार की ओर से जिला अध्यक्ष महेश बी चौहान पर आरोप लगाने के बाद जिलाध्यक्ष चौहान ने कहा कि यदि पार्षद उसे साबित करें तो जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. जिलाध्यक्ष चौहान ने कहा कि पार्षद मानवेन्द्र परिहार को प्रत्याशी नहीं बनाया है, उसी के कारण उन्होंने गलत आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि जिन सभी 45 वार्डो में प्रत्याशियों की पार्टी की ओर से घोषणा की गई है उनमें किसी भी से पूछ लिया जाए कि किससे पैसा लिया गया है. उन्होंने कहा कि आरोप तो कोई भी लगा सकता है.
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जिलाध्यक्ष महेश बी चौहान ने बताया कि पार्षद परिहार को टिकिट नहीं देने के लिए वार्ड वासियों ने ही कहा था और उसी के आधार पर प्रत्याशी की घोषणा की गई. उन्होंने कहा कि आरोप लगाने से कुछ नहीं होता. पार्षद परिहार सार्वजनिक रूप से बताए कि जिलाध्यक्ष ने कब पैसों की बात की है. चौहान ने कहा कि परिहार अनगर्ल बातें कर किसी मंशा से बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
गौरतलब है कि बुधवार को बीजेपी के वर्तमान पार्षद मानवेंद्र परिहार को प्रत्याशी नहीं घोषित करने पर उन्होंने कहा था कि मैं 10 वर्षों से पार्षद हूं. लेकिन इस बार निकाय चुनाव में टिकट के लिए बीजेपी के जिलाध्यक्ष और पूर्व मंत्री ने मुझसे 10 लाख रुपए मांगे. वहीं, जब मैंने पैसे नहीं दिए तो मेरा टिकट काट दिया गया. मानवेंद्र ने आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों ने कांग्रेस पार्टी से ढाई करोड़ रुपए लेकर भाजपा के बोर्ड को बेच दिया है.