बाड़मेर. लॉकडाउन में गरीब जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए कई भामाशाह एवं समाजसेवी संस्थाएं आगे आ रही हैं. इसी तरह बाड़मेर में जैन श्री संघ बाड़मेर एवं माजीसा युवा मंडल की ओर से लॉकडाउन में राम रसोई चलाई जा रही है. जिसके तहत जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाया जाता है.
बता दें कि यह राम रसोई 27 मार्च से चलाई जा रही है. वहीं शनिवार को बाड़मेर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने राम रसोई का निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाएं देखी. जिला कलेक्टर राम रसोई की व्यवस्थाओं को देखकर खुश नजर आए. जिसके बाद उन्होंने इसकी जमकर सराहना की और आमजन की सेवा में लगे सभी कार्यकर्ताओं का हौसला भी बढ़ाया.
जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने कहा कि संकट के समय सामूहिक रूप से समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे जरूरतमंद व्यक्ति का सम्बल बनना ही हमारी संस्कृति और संस्कार हैं. वहीं उन्होंने समन्वित प्रयासों के लिए आभार जताया. उन्होंने कहा कि अभी तक बाड़मेर में कोरोना के 2 मामले सामने आए हैं. उसके बाद से अब तक जिले में कोई भी केस सामने नहीं आया है.
यही नहीं कलेक्टर ने राम रसोई के निरीक्षण के दौरान बन रहे भोजन को भी खाया और खाने की गुणवत्ता को भी सराहा. साथ ही भामाशाहों से भी अपील की. उन्होंने कहा कि जरूरतमंद की मदद के लिए आगे आएं. सरकार की तरफ से भी हर संभव मदद हर जरूरतमंद तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.
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गौरतलब है कि बाड़मेर की राम रसोई में रोजाना हजारों लोगों का खाना पकता है. अब तक एक लाख लोगों को यहां भोजन कराया जा चुका है. इसकी व्यवस्था में बुजुर्ग रतनलाल बोहरा, लूणसिंह झाला, पुरख सिंह, स्वरूपचंद रणधा, गौरव बोहरा समेत कई लोग अपनी सेवाएं दे रहे हैं. यही नहीं भोजन पैकेट वितरण की व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी.