बाड़मेर. लॉकडाउन के कारण घर लौटे प्रवासियों को सरकार ने 2 महीने का निशुल्क गेहूं और चना देने का एलान किया है, जिसका वितरण शुक्रवार से शुरू होना था. लेकिन बाड़मेर में रसद विभाग के प्रवासियों के नामों की सूची उचित मूल्य के दुकानदारों को उपलब्ध नहीं करवाने की वजह से प्रवासियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
उचित मुल्य की दुकान पर राशन लेने पहुंचे प्रवासियों ने बताया कि, उनके मोबाइल पर गेहूं और चना लेने के लिए मैसेज आ गया है, जिसके बाद वो लोग यहां राशन लेने आए हैं. लेकिन अब उचित मूल्य दुकानदार बता रहा है कि, अभी तक उसके पास लिस्ट नहीं आई है, जिस वजह से वो लोगों को राशन सामग्री नहीं देंगा. लिस्ट आने के बाद ही राशन वितरण किया जाएगा.
वहीं, उचित मूल्य के दुकानदारों ने बताया कि, गेहूं और चना तो पड़ा है, लेकिन अभी तक उन्हें रसद विभाग की तरफ से नामों की सूची उपलब्ध नहीं कराई गई है. जिस वजह से वो राशन वितरण नहीं कर पा रहे हैं. जैसे ही नामों की सूची उपलब्ध होगी, राशन वितरण करना शुरू कर दिया जाएगा.
निगरानी समिति में लगे बीएलओ मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि, उपखंड अधिकारी ने आदेश जारी कर हमारी ड्यूटी उचित मूल्य की दुकान पर लगाई है, ताकि प्रवासियों को हमारी देखरेख में गेहूं और चना वितरित किया जा सके. लेकिन यहां पर सूची नहीं होने की वजह से इसका वितरण शुरू नहीं हुआ है. वहीं, प्रवासी लगातार राशन लेने के लिए आ रहे हैं और अपना गुस्सा हम पर निकाल रहे हैं.
इस पूरे मामले को लेकर जब जिला रसद अधिकारी अश्विनी गुर्जर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, पहले जो हमने सूचियां बनाई थीं, वो एमडीएम के गेहूं के आधार पर बनाई थी. लेकिन बाद में निर्देश मिले की एमडीएम गेहूं की बजाय एफसीआई से गेहूं खरीद कर वितरण किया जाएगा. जिसको लेकर कई सूचियों में संशोधन करना पड़ा. इस संंशोधन की वजह से सूची पहुंचने में देरी हो गई. लेकिन अब वाट्सएप ग्रुप के जरिए सभी उचित मूल्य दुकानदारों को आदेश सर्कुलेट कर दिया गया है. साथ ही जिन दुकानों पर राशन सामग्री नहीं पहुंच है, उन दुकानों पर भी शनिवार तक राशन सामग्री पहुंच जाएगी और शनिवार से ही वितरण शुरू हो जाएगा.