बाड़मेर. जिले में अवैध क्लीनिक (illegal clinic in Barmer) पर कार्रवाई करने गए डिप्टी सीएमएचओ और उनकी टीम के साथ धक्का-मुक्की की गई. इतना ही नहीं उन्हें क्लीनिक में कैद कर दिया गया. बड़ी मुश्किल से स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां से बचकर भागी. सीएमएचओ की ओर से रिपोर्ट देकर मामला दर्ज करवाया गया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. पीसी दीपन ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बाबूलाल बिश्नोई की ओर से शुद्ध के लिए युद्ध के लिए जिला स्तरीय टीम का गठन कर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया था. उन्होंने बताया कि लोहारवा गांव में निरीक्षण के दौरान एक क्लिनिक पर एक व्यक्ति की ओऱ से बीमार व्यक्तियों को इंजेक्शन एवं दवाई वितरण करते पाया गया. इस पर क्लीनिक संचालनकर्ता से दुकान का लाइसेंस एवं स्वयं की आईडी मांगने पर वह फोन पर बात करने लगा.
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क्लीनिक संचालनकर्ता ने अपना नाम रतन विश्वास बताया, तथा थोड़े समय कुछ लोग क्लिनिक पर आये और हमारे साथ बदसलूकी करते धक्का मुक्की की इतना ही नहीं क्लिनिक में बंद कर दिया. उन्होंने बताया कि क्लिनिक से गाड़ी के ड्राइवर ने अधिकारियो को बाहर निकाला, जिसके बाद हमने धोरीमन्ना पुलिस थाने पहुंचे. जिसके पूरे घटनाक्रम को लेकर सीएमएचओ और जिला कलेक्टर को अवगत करवाया गया.
स्वास्थ्य विभाग की टीम जब पुलिस के साथ दोबारा क्लीनिक पर पहुंची तो क्लीनिक संचालनकर्ता रतन विश्वास अपना सामान दुकान से लेकर भाग गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए टीम के सीएमएचओ डॉ. बाबूलाल बिश्नोई पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी के साथ मौके पर पहुंचे और क्लीनिक को सीज किया.. सीएमएचओ की ओर से रिपोर्ट देकर मामला दर्ज करवाया गया है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.