बाड़मेर. कोविड-19 के बाद दुनिया भर में लगे लॉकडाउन ने गरीब और मजदूर वर्ग के सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. रोजाना कमा कर खाने वाले लोगों को दो जून की रोटी भी नसीब नहीं हो रही है. इसी बीच बाड़मेर जिले में कई भामाशाहों, समाजसेवी गरीब और मजदूर लोगों की मदद कर रहे हैं. गुरुवार को एक्शन एंड एलआईसी की तरफ से बाड़मेर ब्लॉक की 200 विधवाओं और एकल महिलाओं सहित निर्धन परिवारों को सूखा राशन उपलब्ध करवाने के लिए पांच गाड़ियों में राशन भर कर भेजा गया. गाड़ियों को बाड़मेर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
ये गाड़ियां बाड़मेर ब्लॉक की अलग-अलग पंचायतों में जाकर जरूरतमंदों को सूखा राशन वितरित करेंगी. सूखा राशन की गाड़ियां बाड़मेर के जूना पतरासर, राणी गांव, लीलसर, महाबार, सवलोर ग्राम पंचायतों में जाकर राशन वितरण करेंगी. इस दौरान लोक मंच के अनीता सोनी, मांगीलाल जैन, सकुर खान, चुन्नीलाल, स्वरूप खान, यशवंत सोनी, सीमा गोयल उपस्थित रहे.
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एक्शन एंड एलआईसी के जिला समन्वयक विकास सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से कई गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की आर्थिक स्थिति पर खासा असर पड़ा है. जिसके कारण गरीब लोगों को खाने-पीने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है. ऐसे में एक्शन एंड एलआईसी की तरफ से बाड़मेर ब्लॉक के गांवों में 200 विधवा एवं एकल महिलाओं सहित निर्धन परिवारों को सूखा राशन उपलब्ध करवाया जाएगा. प्रत्येक राशन किट में 40 किलो सूखा राशन है जो चिन्हित महिलाओं और परिवारों को दिया जाएगा. ताकि इस मुश्किल के समय उनकी कुछ मदद की जा सके.