बाड़मेर. रेगिस्तानी इलाकों में इन दिनों सूर्यदेव आग उगल रहे हैं. ऐसे में इंसानों के साथ-साथ पशुओं का भी हाल बेहाल है. इसी कड़ी में जिले के पथमेड़ा गौशाला की ओर से बीमार निराश्रित पशुओं के लिए संचालित की जा रही गौशाला में इन पशुओं को गर्मी से निजात दिलाने के लिए बकायदा कूलर और पंखे लगाए गए हैं. जिससे की इन गोवंश को गर्मी से बचाया जा सके.
मैनेजिंग ट्रस्टी आलोक सिंघल ने बताया कि पथमेड़ा गौशाला की ओर से संचालित इस गौशाला में बीमार और विकलांग गोवंश को एंबुलेंस से लेकर यहां लाया जाता है और महीनों तक इनका इलाज किया जाता है. सिंघल ने बताया कि इन पशुओं से ना तो गौशाला को दूध मिल रहा है और ना ही इन पशुओं का कोई खरीदता है. यह ऐसी गौशाला है जहां ऐसे बीमार पशुओं का इलाज करके उनकी सेवा करना ही उद्देश्य है.
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उन्होंने बताया कि इस गौशाला में 600 से ज्यादा विकलांग और निराश्रित गोवंश की सेवा की जा रही है. इस गौशाला में पिछले 6 वर्षों से गायों की सेवा कर रहे सोहन सिंह बताते हैं कि इस गौशाला में जिस तरह बुजुर्गों की सेवा की जा रही है. इसी तर्ज पर हम अपने पूरे मन से यहां पर गायों की सेवा करने में जुटे हुए हैं.
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पथमेड़ा गौशाला की विशेषताएं
- सिर्फ बीमार और घायल गोवंश को ही रखा जाता है
- 100 से ज्यादा बीमार या घायल गोवंश के लिए एक आईसीयू वार्ड
- 2 डॉक्टरों की टीम 24 घंटे सेवाएं देती है
- 50 पंखे लगे है और 70 पंखे और लगाने है
- बीमार निराश्रित गोवंश की देखभाल के लिए 12 लोगों का स्टाफ
- जहां भी बीमार और घायल गोवंश की सूचना मिलती है तो एंबुलेंस के जरिए गौशाला में लाकर उनका उपचार किया जाता है