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बाड़मेर बस दुखांतिका : जान की परवाह किए बिना घुसे बस में और बचा ली 22 जिंदगियां...बोले-लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे - Fire breaks out in Barmer Pachpadra bus

पचपदरा में हुए भीषण हादसे के बाद चेनाराम और घीसूलाल ने जान हथेली पर लेकर बस के यात्रियों की जान बचाई. दोनों ने मिलकर 22 यात्रियों को बस से बाहर निकाला.

बाड़मेर बस दुखांतिका
बाड़मेर बस दुखांतिका
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Published : Nov 10, 2021, 8:31 PM IST

Updated : Nov 11, 2021, 12:28 AM IST

बाड़मेर. बाड़मेर-जोधपुर हाईवे पर पचपदरा के पास बस-टैंकर भिडंत की दुखांतिका में 12 यात्रियों की मौत हो गई. हादसे के बाद यात्री बस में आग लग गई थी और कई यात्री जिंदा ही जल गए. इस हादसे के बाद चेनाराम और घीसूलाल ने 22 लोगों को जिंदा बचाया.

जिस वक्त यह बस अग्निकांड हुआ उस समय पास के खेत में चेनाराम काम कर रहे थे. जैसे ही धमाके की आवाज सुनी, चेनाराम अपने साथी के साथ सड़क पर आए. देखा कि बस में आग लगी हुई है. अपनी जान की परवाह किए बिना चेनाराम और उसके साथी ने बस में घुसकर एक-एक करके 22 यात्रियों को जिंदा बाहर निकाल लिया.

बाड़मेर बस दुखांतिका.

चेनाराम और घीसूलाल ने बाकी यात्रियों को भी बचाने की कोशिश की लेकिन तब तक आग ने पूरी बस को चपेट में ले लिया था. चेनाराम ने बताया कि वे खेत में काम कर रहे थे, इसी दौरान धमाके की आवाज सुनकर वे और घीसूलाल बस में घुसे और सवारियों को बाहर निकाला.

चेनाराम ने कहा कि बस में हाहाकार मचा हुआ था. हर कोई बाहर निकलने के लिए उतावला था. एक ही गेट होने के कारण लोगों को बाहर निकलने में काफी दिक्कत आई. चेनाराम ने कहा कि उन्होंने बस के कांच को तोड़कर लोगों को बाहर निकाला. लोग हमारे सामने जल रहे थे और मदद के लिए चिल्ला रहे थे.

पढ़ें- बाड़मेर में बस-टैंकर की भिड़ंत में 12 सवारियां जिंदा जली, कई घायल...PM ने जताई संवेदना, मुआवजे का एलान, CM ने भी जताया दुख

घीसूलाल ने बताया कि देखते ही देखते चंद मिनटों में आग ने पूरी बस को चपेट में ले लिया. हम बाकी लोगों की भी जान बचाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन आग इतनी भीषण थी कि उसकी लपटों से हमारे बाल जल गए. हमें इस बात का बेहद अफसोस है कि हम बस में सवार एक मासूम बच्ची को नहीं बचा पाए.

गौरतलब है कि बाड़मेर में पचपदरा के पास हुए इस भीषण हादसे में 12 लोगों की जलकर मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हैं. घटना पर प्रधानमंत्री मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख प्रकट किया है.

बाड़मेर. बाड़मेर-जोधपुर हाईवे पर पचपदरा के पास बस-टैंकर भिडंत की दुखांतिका में 12 यात्रियों की मौत हो गई. हादसे के बाद यात्री बस में आग लग गई थी और कई यात्री जिंदा ही जल गए. इस हादसे के बाद चेनाराम और घीसूलाल ने 22 लोगों को जिंदा बचाया.

जिस वक्त यह बस अग्निकांड हुआ उस समय पास के खेत में चेनाराम काम कर रहे थे. जैसे ही धमाके की आवाज सुनी, चेनाराम अपने साथी के साथ सड़क पर आए. देखा कि बस में आग लगी हुई है. अपनी जान की परवाह किए बिना चेनाराम और उसके साथी ने बस में घुसकर एक-एक करके 22 यात्रियों को जिंदा बाहर निकाल लिया.

बाड़मेर बस दुखांतिका.

चेनाराम और घीसूलाल ने बाकी यात्रियों को भी बचाने की कोशिश की लेकिन तब तक आग ने पूरी बस को चपेट में ले लिया था. चेनाराम ने बताया कि वे खेत में काम कर रहे थे, इसी दौरान धमाके की आवाज सुनकर वे और घीसूलाल बस में घुसे और सवारियों को बाहर निकाला.

चेनाराम ने कहा कि बस में हाहाकार मचा हुआ था. हर कोई बाहर निकलने के लिए उतावला था. एक ही गेट होने के कारण लोगों को बाहर निकलने में काफी दिक्कत आई. चेनाराम ने कहा कि उन्होंने बस के कांच को तोड़कर लोगों को बाहर निकाला. लोग हमारे सामने जल रहे थे और मदद के लिए चिल्ला रहे थे.

पढ़ें- बाड़मेर में बस-टैंकर की भिड़ंत में 12 सवारियां जिंदा जली, कई घायल...PM ने जताई संवेदना, मुआवजे का एलान, CM ने भी जताया दुख

घीसूलाल ने बताया कि देखते ही देखते चंद मिनटों में आग ने पूरी बस को चपेट में ले लिया. हम बाकी लोगों की भी जान बचाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन आग इतनी भीषण थी कि उसकी लपटों से हमारे बाल जल गए. हमें इस बात का बेहद अफसोस है कि हम बस में सवार एक मासूम बच्ची को नहीं बचा पाए.

गौरतलब है कि बाड़मेर में पचपदरा के पास हुए इस भीषण हादसे में 12 लोगों की जलकर मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हैं. घटना पर प्रधानमंत्री मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख प्रकट किया है.

Last Updated : Nov 11, 2021, 12:28 AM IST
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