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दो साल बाद आयी लूणी नदी में पानी, किसानों में खुशी की लहर

पिछले दो दिनों से लगातार हो रहे क्षेत्र भर में झमाझम बारिश से जहां किसानों में खुशी की लहर है तो वहीं लूणी नदी में पानी भरने की वजह से किसानों के लिए खुशी दोगुनी हो गई है.

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Published : Jul 30, 2019, 7:12 PM IST

barmer 's farmers happy of good rain in luni river in rajasthan

सिवाना (बाड़मेर). मरुगंगा के नाम से मशहूर लूणी नदी में पानी की आवक होने से किसान और आम जनता के लिए खुशी का संदेश हैं. वहीं इस पानी से क्षेत्र के कुओं और ट्यूबवेल सहित अन्य जलस्रोतों में जलस्तर बढ़ेने की पूरी उम्मीद हैं, जो किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं.

दो साल बाद आयी लूनी नदी पानी, किसानों में खुशी की लहर

बता दें कि पाली जिले की बांडी नदी से आ रहा पानी धुंधाड़ा कस्बे के पास लूणी नदी में मिल रहा है. जो लूनी नदी से रामपुरा और गोदों का बाड़ा, अजीत से दोपहर तक रानीदेशीपुरा गांव पार कर चुका है. वहीं जानकारों की मानें तो देर रात तक समदड़ी तक नदी का पानी पहुंच जाएगा.

पढ़े- बाड़मेर : नाडी में डूबते तीन छात्रों को बचाने के प्रयास में युवक ने गवाई जान

लूणी नदी में पानी की आवक होने से किसान बताते हैं कि इस बार जो नदी में पानी आ रहा है वह अभी तक तो ताजा ही लग रहा है, वहीं पानी से किसानों के लिए फसलों में अच्छा फायदा होगा. इसके साथ ही जल स्तर भी बढ़ेगा, लेकिन किसानों को यह भी चिंता सता रही है कि पिछली बार की तरह इस बार भी रसायन युक्त पानी नदी में छोड़ दिया गया तो किसानों के लिए फसलों में नुकसान होने का खतरा बन सकती है वहीं साथ में उपजाऊ भूमि का बंजर होने का डर सता रहा है.

पढ़े- गर्मी के तीखे तेवरो के बीच थार नगरी पर मेहरबान हुआ मानसून

आपको बता दें कि पिछले बार लूणी नदी में बरसाती पानी के साथ ही पाली जिले की फैक्ट्रियों का रसायन युक्त पानी छोड़ दिया गया था. जिसके कारण नदी किनारे के खेतों और फसलों को काफी नुकसान हुआ था. वहीं ग्रामीणों ने रसायन युक्त पानी छोड़े जाने का विरोध भी किया था, जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पानी को रुकवाया था.

वहीं इस बार नदी मे पानी आने से किसानों में खुशी तो हैं तो वहीं रसायन युक्त पानी छोड़े जाने का डर भी सता रहा है. नदी में पानी आने की सूचना पर प्रशासन के कर्मचारियों ने रानीदेशीपुरा गांव पहुंचकर नदी का जायजा लिया और ग्रामीणों को धाराप्रवाह नदी में आ रही पानी से दूर रहने की हिदायत भी दी.

सिवाना (बाड़मेर). मरुगंगा के नाम से मशहूर लूणी नदी में पानी की आवक होने से किसान और आम जनता के लिए खुशी का संदेश हैं. वहीं इस पानी से क्षेत्र के कुओं और ट्यूबवेल सहित अन्य जलस्रोतों में जलस्तर बढ़ेने की पूरी उम्मीद हैं, जो किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं.

दो साल बाद आयी लूनी नदी पानी, किसानों में खुशी की लहर

बता दें कि पाली जिले की बांडी नदी से आ रहा पानी धुंधाड़ा कस्बे के पास लूणी नदी में मिल रहा है. जो लूनी नदी से रामपुरा और गोदों का बाड़ा, अजीत से दोपहर तक रानीदेशीपुरा गांव पार कर चुका है. वहीं जानकारों की मानें तो देर रात तक समदड़ी तक नदी का पानी पहुंच जाएगा.

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लूणी नदी में पानी की आवक होने से किसान बताते हैं कि इस बार जो नदी में पानी आ रहा है वह अभी तक तो ताजा ही लग रहा है, वहीं पानी से किसानों के लिए फसलों में अच्छा फायदा होगा. इसके साथ ही जल स्तर भी बढ़ेगा, लेकिन किसानों को यह भी चिंता सता रही है कि पिछली बार की तरह इस बार भी रसायन युक्त पानी नदी में छोड़ दिया गया तो किसानों के लिए फसलों में नुकसान होने का खतरा बन सकती है वहीं साथ में उपजाऊ भूमि का बंजर होने का डर सता रहा है.

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आपको बता दें कि पिछले बार लूणी नदी में बरसाती पानी के साथ ही पाली जिले की फैक्ट्रियों का रसायन युक्त पानी छोड़ दिया गया था. जिसके कारण नदी किनारे के खेतों और फसलों को काफी नुकसान हुआ था. वहीं ग्रामीणों ने रसायन युक्त पानी छोड़े जाने का विरोध भी किया था, जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पानी को रुकवाया था.

वहीं इस बार नदी मे पानी आने से किसानों में खुशी तो हैं तो वहीं रसायन युक्त पानी छोड़े जाने का डर भी सता रहा है. नदी में पानी आने की सूचना पर प्रशासन के कर्मचारियों ने रानीदेशीपुरा गांव पहुंचकर नदी का जायजा लिया और ग्रामीणों को धाराप्रवाह नदी में आ रही पानी से दूर रहने की हिदायत भी दी.

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लूनी नदी (मरूगंगा) में दो साल बाद आया पानी, किसानों में खुशी की लहर

समदड़ी(बाड़मेर) पिछले दो दिन से लगातार हो रही क्षेत्र भर में झमाझम बारिश ने जहां किसानों में खुशी की लहर है तो वही लूनी नदी में पानी आने की वजह से किसानों के लिए खुशी दोगुनी हो गई है।

मरुगंगा के नाम से मशहूर लूनी नदी में पानी की आवक होने से किसानों व आम जनता के लिए खुशी का संदेश है वही इस पानी से क्षेत्र के कुओं व ट्यूबेल सहित अन्य जलस्रोतों में जलस्तर बढ़ेगा जो किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

Body:पाली जिले की बांडी नदी से आ रहा पानी धुंधाड़ा कस्बे के पास लूनी नदी में मिल है जो लूनी नदी से रामपुरा व गोदों का बाड़ा, अजीत से दोपहर तक रानीदेशीपुरा गांव पार कर सुका है वहीं जानकारों की मानें तो देर रात तक समदड़ी तक नदी का पानी पहुंच जाएगा।

लूनी नदी में पानी की आवक होने से किसान बताते हैं कि इस बार जो नदी में पानी आ रहा है वह अभी तक तो ताजा ही लग रहा है वहीं पानी से किसानों के लिए फसलों में अच्छा फायदा होगा साथ ही जल स्तर भी बढ़ेगा, लेकिन किसानों को यह भी चिंता सता रही है कि पिछली बार की तरह इस बार भी रसायन युक्त पानी नदी में छोड़ दिया गया तो किसानों के लिए जहां फसलों में नुकसान होने की संभावना बनेगी साथ ही उपजाऊ भूमि भी बंजर होने का डर सता रहा है।

वह आपको बता दें कि पिछले बार लूनी नदी में बरसाती पानी के साथ ही पाली जिले की फैक्ट्रियों का रसायन युक्त पानी नदी में छोड़े जाने से नदी किनारे के खेतों व फसलों में काफी नुकसान हुआ था, वहीं ग्रामीणों ने रसायन युक्त पानी छोड़े जाने का विरोध भी किया था जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पानी को रुकवाया था।

वही इस किसानों में नदी मे पानी आने की खुशी है तो वही रसायन युक्त पानी छोड़े जाने का डर भी सता रहा है।

नदी में पानी आने की सूचना पर प्रशासन के कर्मचारियों ने रानीदेशीपुरा गांव पहुंचकर नदी का जायजा लिया वही ग्रामीणों को नदी के पानी से दूर रहने की हिदायत भी दी।

नदी में पानी आने की खबर सुनकर आसपास गांवों के ग्रामीण नदी नदी देखने को लेकर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी।

बाईट: गुल मोहम्मद, ग्रामीण, अजीत

बाईट: ग्रामीण

बाईट: गुमनाराम चौधरी, किसान, रानीदेशीपुरा
Conclusion:
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