सिवाना (बाड़मेर). मरुगंगा के नाम से मशहूर लूणी नदी में पानी की आवक होने से किसान और आम जनता के लिए खुशी का संदेश हैं. वहीं इस पानी से क्षेत्र के कुओं और ट्यूबवेल सहित अन्य जलस्रोतों में जलस्तर बढ़ेने की पूरी उम्मीद हैं, जो किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं.
बता दें कि पाली जिले की बांडी नदी से आ रहा पानी धुंधाड़ा कस्बे के पास लूणी नदी में मिल रहा है. जो लूनी नदी से रामपुरा और गोदों का बाड़ा, अजीत से दोपहर तक रानीदेशीपुरा गांव पार कर चुका है. वहीं जानकारों की मानें तो देर रात तक समदड़ी तक नदी का पानी पहुंच जाएगा.
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लूणी नदी में पानी की आवक होने से किसान बताते हैं कि इस बार जो नदी में पानी आ रहा है वह अभी तक तो ताजा ही लग रहा है, वहीं पानी से किसानों के लिए फसलों में अच्छा फायदा होगा. इसके साथ ही जल स्तर भी बढ़ेगा, लेकिन किसानों को यह भी चिंता सता रही है कि पिछली बार की तरह इस बार भी रसायन युक्त पानी नदी में छोड़ दिया गया तो किसानों के लिए फसलों में नुकसान होने का खतरा बन सकती है वहीं साथ में उपजाऊ भूमि का बंजर होने का डर सता रहा है.
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आपको बता दें कि पिछले बार लूणी नदी में बरसाती पानी के साथ ही पाली जिले की फैक्ट्रियों का रसायन युक्त पानी छोड़ दिया गया था. जिसके कारण नदी किनारे के खेतों और फसलों को काफी नुकसान हुआ था. वहीं ग्रामीणों ने रसायन युक्त पानी छोड़े जाने का विरोध भी किया था, जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पानी को रुकवाया था.
वहीं इस बार नदी मे पानी आने से किसानों में खुशी तो हैं तो वहीं रसायन युक्त पानी छोड़े जाने का डर भी सता रहा है. नदी में पानी आने की सूचना पर प्रशासन के कर्मचारियों ने रानीदेशीपुरा गांव पहुंचकर नदी का जायजा लिया और ग्रामीणों को धाराप्रवाह नदी में आ रही पानी से दूर रहने की हिदायत भी दी.