बाड़मेर. बाखासर थाना क्षेत्र के सूजों का निवांण गांव में बालिका को साथ लेकर व्यक्ति के खुद को आग लगाने की विभत्स घटना ने सबके दिल को झकझोर दिया. इस दर्दनाक घटना में दोनों जिंदा जल गए. बच्ची चीखती रही, चिल्लाती रही. जब तक ग्रामीण पहुंचे तब तक वह जलकर भस्म हो चुकी थी. पुलिस की जांच में सामने आया है कि व्यक्ति का दिमागी संतुलन ठीक नहीं था.
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वह नाबालिग बालिका की राह में घात लगाकर बैठा था. जैसे ही बालिका वहां से गुजरी, सनकी व्यक्ति उसके साथ गड्ढ़े में कूद गया और आग लगा दी. पुलिस उप अधीक्षक नारायणसिंह ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली कि सूजों का निवांण क्षेत्र में 40 वर्षीय कस्तूराम ने राह चलती नाबालिग मासूम को गड्ढ़े में धकेल कर साथ ही खुद भी गड्ढ़े में कूद गया और आग लगा दी, जिससे दोनों की जिंदा जलने से मौत हो गई.
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पहले से ही थी तैयारी
पुलिस ने बताया कि किस्तूराराम खेतों में मजदूरी करने आया हुआ था. जहां इसने पहले से करीब पांच फीट खाई खोदकर उसमें घासफूस डाल रखी थी और पेट्रोल की बोतल रखी हुई थी. जैसे ही आठ वर्षीय बालिका यहां से गुजरी, किस्तूराम ने उसे पकड़कर गड्ढ़े में धकेल दिया. बच्ची के चीखने चिल्लाने पर एक अन्य बालिका वहां पहुंची और घटना के बारे मंे ग्रामीणों को जानकारी दी. लेकिन, ग्रामीणों के पहुंचने से पहले ही दोनों जिंदा जल गए थे. डीवाईएसपी ने बताया कि दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. बालिका के पिता की पुलिस मंे रिपोर्ट दर्ज करवाई है. पुलिस मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.