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बाड़मेर : कोरोना के साए में सादगी से पूजे गए गणपति, रातानाडा गणेश मंदिर में हुई महाआरती

कोविड-19 की वजह से 78 वर्ष पुराने रातानाडा गणेश मंदिर में गणपति उत्सव बेहद सादगी के साथ मनाया गया. हर बार की तरह मंदिर समिति की ओर होने वाला भव्य आयोजन भी इस बार नहीं हुआ. सीमित श्रद्धालुओं की मौजूदगी में हुई शंखनाद के साथ गणेश जी की महाआरती हुई. उसके बाद प्रसाद वितरण भी किया गया.

Mahaarti held in Ratanada Ganesh temple
रातानाडा गणेश मंदिर में हुई महाआरती
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Published : Aug 22, 2020, 10:15 PM IST

बाड़मेर. गणेश चतुर्थी के साथ ही गणपति महोत्सव का आगाज हो गया है. 78 वर्ष पुराने फार्मेसी रातानाडा स्थित गणेश मंदिर में शनिवार दोपहर को भगवान गणेश की महाआरती की गई. कोविड-19 की वजह से सीमित लोगों की मौजूदगी में ही भगवान गणेश का जन्म उत्सव मनाया गया. मंदिर में कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना करते हुए भक्तों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखने के निर्देशों के बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया गया.

रातानाडा गणेश मंदिर में हुई महाआरती

बाड़मेर के रातानाडा में गणेश जी का 78 वर्ष पुराना मंदिर है. हर बार यहां भक्तों की भीड़ लगती थी लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से कोई भव्य आयोजन नहीं किया गया. सिर्फ सीमित लोगों की मौजूदगी में शनिवार दोपहर को गणेश जन्म की महाआरती की गई. इस दौरान श्रद्धालुओं ने हर्षोल्लास के साथ गणेश जन्मोत्सव मनाया. ढोल, थाली और शंखनाद के साथ भगवान गणेश का जन्म हुआ. इस दौरान श्रद्धालुओं ने गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया का उद्घोष किया.

Ganapati worshiped among limited devotees
सीमित श्रद्धालुओं के बीच पूजे गए गणपति

यह भी पढ़ें: गणेश चतुर्थी: बीकानेर के इस मंदिर में विराजमान हैं सफेद आक की जड़ से बने गणपति

मंदिर के पुजारी मुफ्तलाल दवे ने बताया कि रातानाडा स्थित गणेश मंदिर 78 वर्ष पुराना है और यह बाड़मेर के लोगों की आस्था का केंद्र है. हर बार गणेश चतुर्थी के अवसर पर बड़े स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता था लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से कोई खास आयोजन नहीं हुआ था. श्रद्धालुओं से घरों पर ही रहकर गणेश चतुर्थी मनाने की अपील की गई थी. मंदिर में आज सीमित लोग जो अक्सर पूजा-अर्चना के लिए आते हैं, उनकी मौजूदगी में भगवान गणेश का जन्म उत्सव मनाया गया.

बाड़मेर. गणेश चतुर्थी के साथ ही गणपति महोत्सव का आगाज हो गया है. 78 वर्ष पुराने फार्मेसी रातानाडा स्थित गणेश मंदिर में शनिवार दोपहर को भगवान गणेश की महाआरती की गई. कोविड-19 की वजह से सीमित लोगों की मौजूदगी में ही भगवान गणेश का जन्म उत्सव मनाया गया. मंदिर में कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना करते हुए भक्तों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखने के निर्देशों के बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया गया.

रातानाडा गणेश मंदिर में हुई महाआरती

बाड़मेर के रातानाडा में गणेश जी का 78 वर्ष पुराना मंदिर है. हर बार यहां भक्तों की भीड़ लगती थी लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से कोई भव्य आयोजन नहीं किया गया. सिर्फ सीमित लोगों की मौजूदगी में शनिवार दोपहर को गणेश जन्म की महाआरती की गई. इस दौरान श्रद्धालुओं ने हर्षोल्लास के साथ गणेश जन्मोत्सव मनाया. ढोल, थाली और शंखनाद के साथ भगवान गणेश का जन्म हुआ. इस दौरान श्रद्धालुओं ने गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया का उद्घोष किया.

Ganapati worshiped among limited devotees
सीमित श्रद्धालुओं के बीच पूजे गए गणपति

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मंदिर के पुजारी मुफ्तलाल दवे ने बताया कि रातानाडा स्थित गणेश मंदिर 78 वर्ष पुराना है और यह बाड़मेर के लोगों की आस्था का केंद्र है. हर बार गणेश चतुर्थी के अवसर पर बड़े स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता था लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से कोई खास आयोजन नहीं हुआ था. श्रद्धालुओं से घरों पर ही रहकर गणेश चतुर्थी मनाने की अपील की गई थी. मंदिर में आज सीमित लोग जो अक्सर पूजा-अर्चना के लिए आते हैं, उनकी मौजूदगी में भगवान गणेश का जन्म उत्सव मनाया गया.

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