बाड़मेर. जिले में मंगलवार को एडवाइजर वेलफेयर एसोसिएशन ट्रस्ट अवाट ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक ओर जहां जिला कलेक्टर को सीएम अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा. वहीं दूसरी ओर जांच एजेंसी एसओजी के नाम ज्ञापन पुलिस अधीक्षक को सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में निवेशकों को जमा राशि दिलावाने के लिए प्रशासक नियुक्त कर बोर्ड बनाने की मांग की.
एडवाईजर वेलफेयर एसोसिएशन ट्रस्ट अवाट के संजय सिंघवी ने बताया कि अवाट का एक प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से मिला. उन्होंने ज्ञापन प्रेषित कर बताया कि आदर्श क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसायटी का वर्ष 1999 से संचालन किया जा रहा था. समयबद्ध तरीके से निवेशकों को भुगतान किया जा रहा था. सोसायटी का वर्ष 2018 तक देश के 32 राज्य में 809 शाखाओं के माध्यम से अपने सदस्यों को वित्तीय सेवाएं दे रही थी.
इसी क्रम में सोसायटी द्वारा निवेश की गई राशि को उप नियमानुसार सहयोगी कंपनिया बनाकर रियल स्टेट में व्यापार शुरू किया. वर्ष 2013 के बाद रियल स्टेट व्यापार में लगातार गिरावट होने के कारण मुनाफा नहीं होने से सहयोगी कंपनियों को दिए गए ऋण की वसूली नहीं हो सकी. जिससे नकदी में कमी आ गई.
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इसके बावजूद वर्तमान में भी सोसायटी और सहयोगी कंपनियों के पास करीब 10 हजार 22 करोड़ की परिसंपत्ति दर्ज हैं, जबकि देनदारी इससे कम हैं. लेकिन सोसायटी पर लिक्वेडेटर नियुक्त होने से निवेशक के हितों की अनदेखी हुई. उन्होंने सरकार से लिक्वेडेटर की नियुक्ति हटाकर प्रशासक नियुक्त करने और समिति की आम सभा बुलाकर नए संचालन मंडल का गठन करने की मांग की.