बाड़मेर. कोतवाली थाना इलाके में रविवार देर रात एक व्यवसायी ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. सोमवार सुबह सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में शव को रखवाया. पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ. जिसमें जमीन विवाद मामले में कुछ नामजद लोगों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगया है.
शहर के एक व्यवसायी ने रविवार रात चौहटन रोड स्थित रहवासी मकान में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक की जेब से बरामद हुए सुसाइड नोट में आत्महत्या की वजह का भूखंड विवाद को लेकर न्याय नहीं मिलने और कुछ नामजद लोगों की प्रताड़ना से आहत होने की बात का जिक्र है. नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी पर समाज के लोग परिजन 12 घंटों से मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए.
यह भी पढ़ें. भरतपुर: कामां में पानी निकासी को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, 3 की हालत गंभीर
बाड़मेर उपखंड अधिकारी रोहित चौहान और एसपी नरपत सिंह ने पोस्टमार्टम करवाने और शव उठाने को लेकर धरने पर बैठे समाज और परिजनों से वार्तालाप भी की लेकिन कोई हल नहीं निकला परिजन और समाज के लोग आरोपियों की गिरफ्तारी सहित कुछ अन्य मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. परिजनों के अनुसार इस मामले में मृतक ने अपने सुसाइड नोट में आत्महत्या के कारणों का जिक्र किया है. इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी सहित कुछ अन्य मांगों है, जब तक वे पूरी नहीं होगी, तब तक हम शव नहीं उठाएंगे.
यह भी पढ़ें: बेखौफ हिस्ट्रीशीटर की गुंडागर्दी, पति को बचाने आई महिला और बच्चे की डंडे से की पिटाई
पुलिस के अनुसार इस मामले को लेकर आज धरने पर बैठे लोगों से शव उठाने और पोस्टमार्टम करवाने को लेकर समझाइश की गई लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी सहित कुछ अन्य मांगों को लेकर धरने पर बैठे है. बता दें कि इस मामले को लेकर परिजनों और समाज के लोगों ने राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण व्यास और बाड़मेर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है. फिलहाल, मृतक का शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है और 12 घंटों से समाज और परिजन मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हुए अब मंगलवार को अब फिर से वार्तालाप होगी.