बाड़मेर. जिले में कोविड-19 के हालातों में चलाए जा रहे हैंडपंप मरम्मत अभियान में जहां अलग-अलग ग्रामीण इलाकों में खराब हैंडपंप के बारे में मिल रही जानकारी पर तुरंत समाधान किया जा रहा है. इस अभियान में दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में अन्य जल स्रोतों के खराब होने की शिकायतों का भी समाधान हाथों हाथ किया जा रहा है.
इस अभियान के तहत 1 अप्रैल से अब तक जिले में 2,129 हैंडपंप की मरम्मत कर उन्हें शुरू किया गया है. ताकि लोगों को पानी के लिए परेशानी का सामना ना करना पड़े. इस विशेष अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों में 2,104 हैंडपंप दुरस्त किए गए, साथ ही शहरी इलाकों में इनकी संख्या 25 है. जिलेभर में ग्रामीण इलाकों में 7 हजार 6 सौ 44 हैंडपंप लगे हुए हैं, और शहरी क्षेत्र में इनकी संख्या 55 है.
जानकारी के मुताबिक, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग बाड़मेर के नगर खंड के अधिशासी अभियंता हजारी राम बालवा ने बताया कि, अब तक विभिन्न ग्रामीण और शहरी इलाकों में खराब हैंडपंप की शिकायतों का तुरंत समाधान किया जा रहा है. वहीं अन्य आधारों की शिकायतों का भी निवारण किया जा रहा है.
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1अप्रैल को शुरू किए गए इस अभियान में बाड़मेर शहर के आसपास के इलाकों के साथ साथ सदूर ग्रामीण इलाकों में खराब हुए हैंडपंपों को सही किया जा रहा है. ताकि कोविड-19 के हालातों में लोगों को पानी के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
वहीं विभिन्न अभियानों से पेयजल स्त्रोतों के मरम्मत के साथ WSSO के आईईसी अनुभाग की ओर से लोगों को जल जागरूकता के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. साथ ही आईईसी अनुभाग की ओर से जिलेभर में फ्लैक्स और सनबोर्ड के जरिए जल जन चेतना बढ़ाई जा रही है.
बाड़मेर नगर खंड के साथ-साथ अन्य खंडों में किए जा रहे कार्यों की मॉनिटरिंग विभाग के अधीक्षक अभियंता जेसी व्यास स्वयं कर रहे हैं. बता दें कि, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने लोगों से अपने आसपास के खराब हैंडपंपों और जल स्रोतों की जानकारी विभाग को साझा करने की अपील की है.